इस्राइल में नर्सों की बढ़ी मांग, हरियाणा ने शुरू की तैयारियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि विदेश सहयोग विभाग के माध्यम से अब तक 180 से अधिक युवा इस्राइल में नौकरी पा चुके हैं। आने वाले समय में यह संख्या कई गुना बढ़ने की संभावना है। प्रदेश की युवतियाें को सरकार ग्लोबल हेल्थकेयर सेक्टर से जोड़ने के लिए विशेष प्रशिक्षण, भाषा कौशल और तकनीकी योग्यता के विकास पर फोकस कर रही है। सीएम ने कहा कि इस्राइल की मांग न केवल रोजगार का अवसर है, बल्कि हरियाणा की नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता पर भी मुहर है।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि राज्य की युवतियों को इस तरह तैयार करें कि वे अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरें और आत्मविश्वास के साथ वैश्विक मंच पर काम करें। मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार की योजना है कि हरियाणा में ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सेंटर स्थापित किया जाए, जिससे तकनीकी क्षेत्र में भी युवाओं को नई पहचान मिल सके।
मुलाकात के दौरान वेस्ट वाटर मैनेजमेंट, उन्नत सिंचाई प्रणाली और ग्लोबल एआई सेंटर सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में इस्राइल के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की योजना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ-साथ हिसार में इंटीग्रेटेड एविएशन हब, ओवरसीज प्लेसमेंट और ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर जैसे प्रोजेक्ट्स को भी आगे बढ़ाने पर सहमति बनी है। वेस्ट वाटर को सिंचाई व पीने योग्य बनाने की दिशा में भी इस्राइल के सहयोग से नई तकनीकों को अपनाया जाएगा। सीएम ने राजदूत रूवेन अज़ार को श्रीभगवद्गीता की प्रति भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, विदेश सहयोग विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी़ कुमार और सलाहकार पवन चौधरी भी उपस्थित रहे।