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जींद मेडिकल कॉलेज के निर्माण में देरी से 300 करोड़ से ज्यादा बड़ी लागत

निर्माण की डेडलाइन बढ़ाने की विभाग को नहीं जानकारी, डिप्टी स्पीकर नाराज
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बृहस्पतिवार को हैबतपुर गांव में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का अधिकारियों के साथ निरीक्षण करते विधानसभा उपाध्यक्ष। -हप्र
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जसमेर मलिक/हप्रजींद, 30 जनवरी जींद के हैबतपुर गांव में मेडिकल कालेज निर्माण में लगातार और बहुत ज्यादा होती जा रही देरी ने इसकी निर्माण लागत लगभग 300 करोड़ बढ़ा दी है। निर्माण में देरी पर बृहस्पतिवार को जींद के बीजेपी विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष डा. कृष्ण मिड्ढा बेहद खफा नजर आए। खफा डिप्टी स्पीकर ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि तय समय में अगर निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ, तो इसके लिए अधिकारी व निर्माण कंपनी जिम्मेदार होगी। निर्माण कंपनी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग की निर्माण क्वालिटी को लेकर डीसी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी, जो डिटेल रिपोर्ट तैयार करेगी।

धन्ना भगत के नाम पर बन रहे जींद के इस मेडिकल कालेज का प्रोजेक्ट लगभग 700 करोड़ का था। यह अब बढ़ कर 1085 करोड़ का हो गया है। मेडिकल कॉलेज निर्माण में देरी और निर्माण जल्द पूरा करवाने को लेकर डिप्टी स्पीकर ने बृहस्पतिवार को लगभग दो घंटे तक मेडिकल कॉलेज का मुआयना किया। इस दौरान संबंधित अधिकारियों के पसीने डिप्टी स्पीकर के कड़े तेवरों को देखते हुए छूटते रहे। डिप्टी स्पीकर ने डीसी मोहम्मद इमरान रजा, चंडीगढ़ से मेडिकल एजुकेशन और एचएसआरडीसी के डायरेक्टर, निर्माण एजेंसी के चीफ कंसल्टेंट, डीएमसी गुलजार मलिक, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी बीएंडआर सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की बैठक भी ली। बैठक में डिप्टी स्पीकर ने एक-एक कर संबंधित विभागों से जानकारी हासिल की और मेडिकल कालेज के निर्माण में हो रही देरी पर अधिकारियों से जवाब-तलबी की। उन्होंने यहां साफ कहा कि मेडिकल निर्माण का जो समय रखा गया है, उसी समय में ही इसे पूरा किया जाए। अगर निर्माण कार्य में देरी होती है तो इसके लिए एल एंड टी निर्माण कंपनी को जुर्माना लगाया जाएगा।

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निर्माण में देरी से 700 करोड़ का प्रोजेक्ट हो गया 1085 करोड़ का

हैबतपुर में मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य जब शुरू हुआ था, तब इसकी निर्माण लागत लगभग 700 करोड़ की थी। समय के साथ-साथ लागत बढ़ती गई और अब इस प्रोजेक्ट की लागत 1085 करोड़ हो गई है। अधिकारियों के साथ बैठक में निष्कर्ष निकला की निर्माण कार्य देरी में बजट की कमी आ रही है। इस पर डिप्टी स्पीकर ने कहा कि बजट की कमी को लेकर उन्हें या सरकार को अवगत नहीं करवाया गया। विभाग आपास में ही बजट को लेकर उलझे रहे। डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने इस स्थिति पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एचएसआरडीसी के खिलाफ स्पष्टीकरण निकालने के लिए डीसी को निर्देश दिए। निर्माण कंपनी एल एंड टी के अधिकारियों के प्रति भी नाराजगी जाहिर की।

निर्माण की डेडलाइन किसने बढ़ाई, इसकी जानकारी विभाग को ही नहीं

बैठक में यह भी सामने आया कि हैबतपुर मेडिकल कालेज निर्माण कार्य की डेडलाइन बढ़ाए जाने बारे क्लाइंट डिपार्टमेंट को भी कोई जानकारी नहीं। डिप्टी स्पीकर ने इस पर भी नाराजगी जताई और कहा कि अब निर्माण की डेडलाइन नहीं बढ़ेगी। तय समय में इसे पूरा नहीं किया गया तो फाइन लगाया जाएगा।

घोषणा के 15 साल बाद भी नहीं हुआ निर्माण

जींद का मेडिकल कॉलेज का प्रोजेक्ट शुरू से ही लटके- झटके खा रहा है। दिसंबर 2014 में जींद में सीएम के रूप में अपने पहले दौरे में तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जींद में मेडिकल कॉलेज निर्माण की घोषणा की थी। पूरे 5 साल तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। 2019 में जब मनोहर सरकार में दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने, तब निर्माण की तकनीकी दिक्कतों को दूर किया गया था। हालत यह है कि घोषणा के 15 साल बाद भी मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। इसमें ओपीडी सेवाएं शुरू करवाने को लेकर कई बार योजना बनी, लेकिन अभी तक पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है।

सीएम से मिल करवाएंगे बजट की व्यवस्था : डॉ. मिड्ढा

डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि हैबतपुर में मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य में देरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं है। बजट की व्यवस्था के लिए सीएम से मिलेंगे और जल्द से जल्द बजट उपलब्ध करवाएंगे।

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