चंडीगढ़, 27 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट्स कोर (एनसीसी) युवाओं को एकता व अनुशासन का पाठ पढ़ाती है और जीवन के सही रास्ते पर चलने की शिक्षा देती है। हरियाणा के युवाओं में सेना में जाने का जज्बा पहले से ही है और अब घरौंडा में बनने वाली एनसीसी एकेडमी से युवाओं को इस दिशा में आगे बढ़ने की मजबूत बुनियाद मिलेगी। स्थापित की जाने वाली एकेडमी राष्ट्रीय स्तर की होगी। मुख्यमंत्री ने घरौंडा में रक्षा मंत्रालय की 15 एकड़ जमीन इसके लिए उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों को इस संबंध में सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं ताकि इसका कार्य शीघ्र पूरा किया जा सके।
मुख्यमंत्री बुधवार को चंडीगढ़ में एनसीसी एकेडमी, घरौंडा के संबंध में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ एनसीसी निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक मेजर जनरल राजीव छिब्बर व अंबाला एनसीसी ग्रुप कमांडर बिग्रेडियर ए एस बराड़ के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर और घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण भी मौजूद रहे।
हर साल लगते हैं 40 कैंप
एनसीसी निदेशालय द्वारा हर वर्ष 40 एनसीसी कैंप लगाए जाते हैं और अब तक यह कैंप विभिन्न स्थानों पर किराये की जगह पर लगाये जाते थे लेकिन अब एकेडमी बनने से किराए के इस अनावश्यक खर्च में बचत होगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा के अलावा, पंजाब में 2 और हिमाचल में 1 एनसीसी एकेडमी बन रही है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में एनसीसी एकेडमी स्थापित करने की योजना ग्यानपुर गांव के एक शिक्षण संस्थान की लगभग 9 एकड़ भूमि पर थी, जो किसी कारणवश पूरी नहीं हो सकी। एनसीसी निदेशालय लगभग 3 एकड़ अतिरिक्त जमीन राष्ट्रीय राजर्माग पर उपलब्ध कराने की मांग हरियाणा सरकार से कर रहा था। निदेशालय की मांग को देखते हुए अब मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है कि घरौंडा में रक्षा मंत्रालय की 17 एकड़ से अधिक खाली पड़ी जमीन में से 15 एकड़ जमीन एनसीसी एकेडमी की स्थापना के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी।
आधुनिक तरीके से होगा निर्माण
अंबाला एनसीसी ग्रुप कमांडर बिग्रेडियर एएस बराड़ ने मुख्यमंत्री को बताया कि हरियाणा में 233 महाविद्यालयों तथा 397 विद्यालयों में एनसीसी की विंग संचालित हैं। राष्ट्रीय स्तर पर एनसीसी कैडेट्स की संख्या 14.96 लाख है, जबकि हरियाणा में कैडेट्स की संख्या 43,498 की है। इनमें 29,110 लड़के व 14388 लड़कियां हैं। एकेडमी का निर्माण आधुनिक तरीके से करवाया जाएगा।