सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 17 फरवरी
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत यमुनानगर पहुंचे। उन्होंने यहां जैविक खेती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि आज धरती पर इंसान को छोड़ बाकी सभी प्राणी सही है लेकिन इंसान की गाड़ी बिगड़ चुकी है, इसका कारण है प्रकृति से दूर रहना। उन्होंने कहा कि हमने अपने खतरनाक नियम लागू करके भारी नुकसान किया है। खेतों में जहर डालकर पक्षियों को मार दिया है। उन्होंने कहा कि डीएपी व यूरिया के कारण जहां लागत बढ़ रही है उत्पादन घट रहा है। किसान कर्ज के बोझ में आ रहा है व मरने के रास्ते अपनाता है। उन्होंने कहा कि यूरिया के अधिक इस्तेमाल से भूमि की शक्ति कमजोर हो गई है धरती को पेस्टिसाइड ने चूस लिया है। उन्होंने कहा कि आज आलू की फसल में 1 एकड़ में 10 बैग यूरिया फिर कीटनाशक स्प्रे किया जाता है। ऐसे आलू को खाकर कैंसर नहीं होगा तो क्या होगा। ऐसे ही कोई भी सब्जी और फल नहीं बचा जिसमें जहर न हो।
गुजरात के राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल व गुजरात ने जैविक खेती की पहल की है हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री कुरुक्षेत्र में स्थित गुरुकुल में आकर जैविक खेती का नमूना देख चुके हैं। हरियाणा में भी अब इसके लिए किसानों को प्रेरित किया जाएगा, ताकि वह जहर मुक्त खेती अपनाएं। उन्होंने कहा कि इससे जहां जमीन की शक्ति बढ़ती है वही आमदन भी बढ़ती है। और इसी से प्रधानमंत्री का 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सपना भी साकार होगा।
जल, वायु प्रदूषण से बढ़ रहीं बीमारियां : गुर्जर
हरियाणा के वन एवं शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर ने अपने संबोधन में कहा कि देश की सबसे बड़ी समस्या भूमि खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि जल, वायु प्रदूषण हो रहा है बीमारियां बढ़ रही हैं। इसका कारण हम स्वयं हैं। उन्होंने कहा कि हमने धरती को मां कहा पर मां जैसा व्यवहार नहीं किया। इसी तरह गंगा व गाय को मां का लेकिन मां जैसा व्यवहार नहीं किया। गाय को इंजेक्शन लगा कर दूध लिया और गाय को बांझ बना दिया। इसी तरह जमीन में ज्यादा फसल लेने के लिए यूरिया डाला और जमीन को बंजर बनाया जा रहा है।
यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जैविक खेती अपनाने वाले किसानों को सम्मानित किया और प्रदेश के किसानों का आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में जैविक खेती अपनाएं जिससे आय भी बढ़ेगी और जमीन की पूर्वक शक्ति भी बढ़ेगी।