दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 25 जुलाई
हरियाणा कैबिनेट की बैठक 29 जुलाई को सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में होगी। चंडीगढ़ में होने वाली इस बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे। इससे पहले 21 जुलाई को हुई बैठक में विरोध के चलते टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से जुड़े तीन एजेंडे होल्ड कर लिए गए थे। मीटिंग के दौरान ही ये एजेंडे टेबल किए जाने पर गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने नाराज़गी जताई थी।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में अधिकांश एजेंडों पर चर्चा हो चुकी थी। इसी दौरान टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने अपने विभाग से जुड़े तीन एजेंडे टेबल किए। इसके लिए परमिशन भी मिल गई। एजेंडे टेबल पर आते ही गृह मंत्री अनिल विज उखड़ गए। उन्होंने इसका कड़ा विरोध करते हुए देवेंद्र सिंह को भी खरी-खरी सुनाई। बताते हैं कि यहां तक कहा गया कि हर बार ऐसा ही किया जाता है, यह सही नहीं है।
हालांकि शुरुआत में तो सामान्य तौर पर बातचीत होती रही, लेकिन बाद में विज गुस्से से अपनी सीट से ही उठ खड़े हुए। उनसे पहले बैठे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने भी विज की दलील का समर्थन करते हुए कहा कि एजेंडे समय से पहले मिलने चाहिएं। बताते हैं कि दुष्यंत इससे अधिक तो कुछ नहीं बोले लेकिन बाद में विज ने काफी नाराज़गी के साथ कहा कि कैबिनेट एजेंडे की कॉपी सभी मंत्रियों को पंद्रह दिन पहले मिलनी चाहिए।
विवाद अधिक बढ़ा और विज अपनी सीट से उठ गए तो एक कैबिनेट मंत्री ने दखल देते हुए विज को समझाया। उन्हें कहा गया कि कैबिनेट में इस तरह से एजेंडे आना सामान्य बात है। कैबिनेट का एजेंडा पंद्रह दिन पहले देने का कोई औचित्य भी नहीं है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि कैबिनेट बैठक में एजेंडे तो कई आते हैं लेकिन मंत्री आमतौर पर अपने विभाग से जुड़े एजेंडे का ही अध्ययन करके आते हैं। ऐसे में विरोध करना सही नहीं है। आखिर में सीएम ने जब कह दिया कि इन एजेंडों को अगली बैठक में रखा जाएगा तो मामला शांत हो गया। यह पूरा घटनाक्रम ब्यूरोक्रेसी में चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा इसलिए भी अधिक हो रही है कि भाजपा के किसी भी मंत्री ने इस मामले में बोलने की जहमत नहीं उठाई। अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के इन एजेंडों को 29 को होने वाली बैठक में रखा जाएगा।
विज नेे बैठक में कहा
सूत्रों के अनुसार, विज ने बैठक में कहा कि मंत्रियों को एजेंडे को पढ़ना भी होता है। ऐसा कभी नहीं होता कि चलती बैठक में ही नया एजेंडा रख दिया जाए। हालांकि यह एजेंडा विज के विभाग से संबंधित भी नहीं था, लेकिन विरोध के चलते सीएम मनोहर लाल खट्टर ने एजेंडे को अगली बैठक के लिए टाल दिया। बैठक में सीएम सहित सभी चौदह मंत्री, मुख्य सचिव, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव, अतिरिक्त प्रधान सचिव सहित कई विभागों के प्रशासनिक सचिव भी मौजूद थे।