मृत व्यक्ति की आय दिखायी 4 लाख, आश्रितों का कटा गरीबी रेखा कार्ड
सफीदों, 29 नवंबर (निस) कई निर्धन परिवारों के राशन कार्ड, परिवार पहचान पत्र व प्रॉपर्टी आईडी आदि के मामलों में लोग धक्के खा रहे हैं लेकिन समाधान नहीं हो पारहा है। सफीदों के वार्ड 13 की गुरुद्वारा कॉलोनी के राजू...
सफीदों, 29 नवंबर (निस)
कई निर्धन परिवारों के राशन कार्ड, परिवार पहचान पत्र व प्रॉपर्टी आईडी आदि के मामलों में लोग धक्के खा रहे हैं लेकिन समाधान नहीं हो पारहा है। सफीदों के वार्ड 13 की गुरुद्वारा कॉलोनी के राजू ने बताया कि उसके पिता किशनलाल 10-12 वर्ष से बीमारी के कारण बिस्तर पर थे और 11 महीने पहले उनका स्वर्गवास हो गया था। जब वह परिवार पहचान पत्र जारी करवाने गया तो वहां उसके पिता को जिंदा दिखा दिया और उनकी आय चार लाख रुपए वार्षिक दर्ज कर दी गयी। उनका गरीबी रेखा का राशन कार्ड भी काट दिया। मजदूर राजू ने बताया कि वह पिछले 6 माह से कभी नगर पालिका कार्यालय तो कभी सीएससी सेंटर पर धक्के का रहा है। उसकी फैमिली आईडी से उसके पिता का नाम नहीं काटा गया है और न ही चार लाख रुपए की आमदनी ठीक की गई है। वह मजदूरी करता है और आमदनी मुश्किल से साठ से सत्तर हजार रुपये सालाना है।
सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा फायदा
सफीदों में ही पहचान पत्र, वोट कार्ड, आधार कार्ड आदि के लिए परेशान लोगों में यहां के वार्ड 14 की सिंगलपुरा कॉलोनी का काशी धानक भी है। आज काशी ने बताया कि उसके व उसके ताऊ के परिवार में कुल 7 लोग हैं। सिंगलपुरा कॉलोनी में उनका मकान है जहां वे पिछले 20 वर्ष से रह रहे हैं। इसके बावजूद स्थानीय पालिका कार्यालय, सीएससी व खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय के चक्कर काटकर वह थक चुका उसके परिवार को परिवार पहचान पत्र, राशन कार्ड वोट कार्ड यहां तक कि आधार कार्ड तक जारी नहीं किया गया है। बैंड बाजे में मजदूरी कर रहे काशी का परिवार इस तरह से सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित है।

