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राज्य के सभी जिलों में लागू होगा नशामुक्ति मॉडल

नशे के खिलाफ जिलावार समर्पित टीमें करेंगी डोर-टू-डोर सर्वे
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डीजीपी शत्रुजीत कपूर
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चंडीगढ़, 2 जून (ट्रिन्यू)

हरियाणा पुलिस प्रदेश में नशे के खिलाफ और तेजी से काम करेगी। इसके लिए विशेष मुहिम चलेगी। अब प्रदेश के सभी 22 जिलों में नशामुक्ति मॉडल लागू करने का निर्णय लिया गया है। हिसार रेंज के अंतर्गत आने वाले जिलों में नशे के खिलाफ सबसे बेहतर काम किया है। बाकी जिलों को भी हिसार का अनुसरण करने को कहा है। इतना ही नहीं, नशामुक्त हरियाणा की मुहिम के तहत अब डोर-टू-डोर सर्वे होगा।

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वहीं दूसरी ओर, प्रदेशभर में 4900 के करीब दबंगों की लिस्ट पुलिस ने तैयार की है। इन लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कानून व्यवस्था, नशे और कई अन्य अहम बिंदुओं को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। हिसार रेंज में नशामुक्ति अभियान के लिए अपनाए गए मॉडल की सराहना करते हुए डीजीपी ने कहा कि इसी प्रकार का मॉडल अन्य जिलों में भी लागू किया जाए। हर जिले में एक समर्पित अधिकारी की नियुक्ति की जाए, जो 5-6 सदस्यों की टीम तैयार करे।

उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों की टीम डोर-टू-डोर सर्वे करें और नशे के शिकार लोगों की पहचान कर उन्हें उपचार और पुनर्वास के लिए प्रेरित करें। पुलिस द्वारा प्रदेश में सक्रिय लगभग 4900 दबंगों की सूची तैयार की है। कपूर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जाए। जो भी व्यक्ति आम जनता का शोषण कर रहा है, धमकी दे रहा है या अवैध वसूली कर रहा है, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो।

बैठक में डीजीपी ने ईआरवी (इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल) की कार्यक्षमता को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ईआरवी हरियाणा पुलिस का चेहरा है। इसका प्राथमिक दायित्व किसी भी घटना पर समय पर पहुंच कर प्रभावी कार्रवाई करना है। बैठक में बताया कि प्रदेश में कुल चार हजार पुलिसकर्मी ईआरवी पर तैनात हैं। कपूर ने कहा कि पुलिस अधीक्षक ईआरवी का कार्य-ऑडिट करना सुनिश्चित करें ताकि सिस्टम में मौजूदा कमियों को दूर किया जा सके और संबंधित पुलिस कर्मी की जवाबदेही तय की जा सके।

सीलिंग प्लान होगा लागू

डीजीपी ने कहा कि कंट्रोल रूम पर सूचना मिलते ही संबंधित अधिकारी तत्काल सीलिंग प्लान बनाएं और उसे संबंधित थानों और इंटर-स्टेट चेकपोस्ट्स के साथ साझा करें। उन्होंने कहा कि यह कार्य जितनी जल्दी होगा, अपराधी को पकड़ने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी। कम्युनिकेशन गैप के कारण अपराधियों के भागने की घटनाएं नहीं होनी चाहिए।

शराब ठेकों की नीलामी पर नजर

बैठक में आबकारी एवं कराधान विभाग की आयुक्त एवं सचिव आशिमा बराड़ ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि आगामी एक महीने में शराब के ठेकों की नीलामी प्रक्रिया जारी रहेगी। इसमें भिवानी, हिसार, रोहतक और यमुनानगर जैसे चार जिलों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। ठेकेदार निडर होकर नीलामी में भाग लें। इस संबंध में डीजीपी कपूर ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि ठेकेदारों के बीच विश्वास की भावना उत्पन्न करें और जिले में नियमित नाकाबंदी एवं सघन निगरानी अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के साथ समन्वय बनाकर प्रभावी योजना बनाई जाए और 30 जून तक चलने वाली नीलामी प्रक्रिया के दौरान शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए।

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