सोनीपत, 24 अप्रैल (हप्र)
डीसी डॉ. मनोज कुमार ने दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे को लेकर एनएचआई अधिकारियों व रोड बनाने वाले ठेकेदारों को निर्देश दिए कि चकबंदी योजना के तहत सभी किसानों को खेत का रास्ता देना सुनिश्चित करें ताकि उनको आने-जाने में किसी प्रकार की परेशानी न आये। लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में बुधवार को किसानों की समस्याएं सुनते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी किसान का खेत रोड के दोनों तरफ है तो उसे दूसरी तरफ भी रास्ता दिलवायें, इसके लिए या तो एनएचआई अपनी जमीन से रास्ता दे या जरूरत पड़ने पर जमीन को खरीदें। उन्होंने कहा कि अगर राजस्व रिकार्ड में किसी किसान का रास्ता तीन करम का है तो उसे तीन करम का ही रास्ता मिला चाहिये। अगर किसी का दो करम का रास्ता है तो उसे दो करम का रास्ता मिलना चाहिये।
इस दौरान गांव गिवाना के सरपंच द्वारा पानी की निकासी को लेकर दी गई शिकायत पर डीसी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तुरंत पानी निकासी के प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि सभी रास्तों के लिए बने पुलों में पानी निकासी का लेवल सही होना चाहिये। साथ ही वहां पर ड्रेन का निर्माण भी करें अगर बरसात के समय में जरूरत पड़े तो वहां पानी की निकासी के लिए वाटर पंपों की भी व्यवस्था करें।
डीसी ने गांव रूखी के सरपंच की शिकायत पर एचएचआई अधिकारियों को निर्देश दिए कि खेतों के लिए बनाई गई पुलिया का लेवल भी ठीक करवाएं ताकि किसानों व ग्रामीणों को कोई समस्या न आये। इसके अलावा उन्होंने गांव पुठी, ठसका, बुटाना खेतलान के किसानों की भी समस्याएं सुनते हुए उनके समाधान के निर्देश दिए।
इस मौके पर डीआरओ हरिओम अत्री सहित एनएचआई के अधिकारी, ठेकेदार तथा कई गांवों के किसान मौजूद रहे।