सोनीपत, 23 जनवरी (हप्र)
दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी),मुरथल के शिक्षक मंगलवार को कक्षाओं का बहिष्कार करके अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये। शिक्षक ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर शैक्षिण माहौल को खराब करने का आरोप लगाते जमकर नारेबाजी की। साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप भी लगाया।
डीक्रूटा के प्रधान डॉ. सुरेंद्र दहिया के अगुवायी में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गये। शिक्षकों का कहा है कि अक्तूबर 2022 से शिक्षक पदोन्नति की बाट जोह रहे हैं और मगर विश्वविद्यालय प्रशासन ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है। कुलपति सरकार के नियमों का पालन न करते हुए 30 जून 2023 तक पुराने गाइड लाइन के तहत भी शिक्षकों की प्रमोशन नहीं कर रहे हैं। प्रधान डॉ. सुरेंद्र दहिया ने बताया कि कुछ शिक्ष्कों की प्रमोशन के संबंध में हरियाणा सरकार के अलावा उच्च न्यायालय की खंडपीठ के आदेशों को दरकिनार करते हुए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की गलत नीतियों व निर्देशों के कारण विश्वविद्यालय का शैक्षणिक माहौल खराब होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुलपति के निर्देश पर लागू किए गये नये टाइम टेबल के कारण विद्यार्थियों को सुबह 8 बजे से शाम को 6 बजे तक कैंपस में रहना पड़ता है। जबकि दिन में विद्यार्थी व शिक्षक खाली रहते हैं। छात्राएं सुबह जल्दी घर से आती हैं तथा शाम को घर देर से पहुंचती हैं ,जिससे अभिभावकों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है। इससे उनमें काफी रोष है। डीक्रूटा के महासचिव डू.अजमेर सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर की एचएजी की प्रमोशन पिछले पांच वर्षों से लटकी हुई है जबकि प्रमोशन दो बार प्रोफेसरों की कमेटी से पास हो चुकी है। मगर विश्वविद्यालय प्रशासन जानबूझ कर इसमें विघ्न पैदा कर रहा है। शिक्षकों ने धरने के दौरान अनेक विषयों को लेकर प्रशासन की आलोचना की।