चरखी दादरी, 15 अप्रैल (निस)
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ के लिए मोर्चा संभालने जा रहे सेना के 3 जवान शहीद हो गए। इनमें एक सपूत चरखी दादरी के गांव महराणा निवासी सूबेदार श्रीओम गौतम भी थे।
जैसे ही श्रीओम गौतम की खबर उनके पैतृक गांव पहुंची पूरे गांव में शोक की लहर छा गई।ग्रामीणों को बेटे की शहादत पर नाज भी है। राजपूत राइफल्स में सूबेदार श्रीओम गौतम की दक्षिण जम्मू-कश्मीर में 44 आरआर में तैनाती थी। शोपियां के कनिपोरा गांव के पास आतंकियों की सेना से मुठभेड़ हुई।
जिसमें सेना ने चार आतंकियों को मार गिराया था। इसी दौरान मुठभेड़ स्थल की ओर जाते समय आतंकियों की गोली उनके वाहन चालक को जा लगी, जिससे वाहन पलट गया। जिसमें सूबेदार श्रीओम गौतम शहीद हो गए। बेटे के शहीद होने की सूचना परिजनों को बृहस्पतिवार देर रात मिली। जैसे ही उनके शहीद होने की जानकारी मिली आसपास क्षेत्र के लोग शहीद के घर पहुंचने लगे। शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार को पहुंचेगा।
रेसलिंग में जूनियर एशियाड में जीता था स्वर्ण
सूबेदार श्रीओम गौतम तीन भाइयों में दूूसरे नंबर के थे और बचपन से ही कुश्ती में विशेष रूचि रखते थे। उन्होंने नेशनल व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल अपने नाम किए। जूनियर एशियाड में देश के लिए स्वर्ण पदक भी जीता था। रेसलिंग करते हुए ही वे वर्ष 1998 में सेना में भर्ती हुए थे। सेना में भी उन्होंने रेसलिंग में कलर मेडल अपने नाम किया था।
पत्नी को गर्व, एनडीए में शामिल होना चाहते हैं बच्चे
शहीद की बड़ी बेटी बीएससी की छात्रा है और बेटा बारहवीं कक्षा में पढ़ रहा है। शहीद की पत्नी कविता ने कहा कि उसके पति ने देश के लिए शहादत दी है जिसका हमें गर्व है। बेटी व बेटा ने कहा कि उनका परिवार पीढ़ियों से देश की सेवा कर रहा है। पापा के जाने का दुख है, हम भी पापा की तरह स्ट्रांग बनकर एनडीए से सेना में आफिसर बनकर देश सेवा करना चाहते हैं और पिता के सपनों को पूरा करके दिखाएंगे।