रेवाड़ी, 9 जनवरी (निस)
पीजी में रहने वाली युवतियों के बैंक में खाते खुलवाकर साइबर क्राइम करने वाले एक गिरोह का डीएसपी अमित भाटिया ने अपने कार्यालय में बुलाए पत्रकार सम्मेलन में रविवार को पर्दाफाश किया। उन्होंने गिरफ्तार 3 आरोपियों को पेश कर उनके द्वारा किए गए क्राइम का खुलासा किया।
डीएसपी ने बताया कि यह गिरोह पीजी में रहने वाली लड़कियों के बैंक खाते खुलवाता था और फिर इन खातों का साइबर क्राइम के लिए प्रयोग करता था। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों की पहचान रेवाड़ी के बोलनी के हितेश सोनी, गुरुग्राम के तुर्कपुर के रोहित उर्फ मोनू व जिला नूंह के गांव जाफराबाद के इनाम उर्फ इक्का के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि साइबर थाना साउथ रेंज रेवाड़ी में पीजी मे रहने वाली एक युवती निशा कुमारी ने शिकायत दी थी कि वह राजेश पाइलेट चौक स्थित पीजी में रहते हुए बावल स्थित एक कम्पनी में काम करती है। पीजी के मालिक हितेश सोनी ने उसका व पीजी में रहने वाली अन्य लड़कियों के एचडीएफसी बैंक में खाते खुलवाये, लेकिन उन्हें नए खातों की किट नहीं दी। इसके बाद उसकी ई-मेल पर उसके खाते में कुल 120000 रुपये क्रेडिट व डेबिट होने का मैसेज आया। इसे देखकर उसे शक हुआ।
युवती ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और केस दर्ज कराया। इसकी जांच साइबर थाना साऊथ रेंज रेवाड़ी पुलिस ने शुरू की। तत्पश्चात हितेश सोनी व रोहित को काबू कर पूछताछ की गई तो उन्होंने खुलासा किया कि बैंक खातों की किट इनाम उर्फ इक्का को बेची थी। फिर उसे भी काबू कर लिया गया।
सभी आरोपी होंगे काबू : डीएसपी
डीएसपी अमित भाटिया ने कहा कि जांच के दौरान बैंक खातों की किट के फ्रॉॅड से 15000 रुपए, हितेश सोनी से 4500 रुपये बरामद किए हैं। इसके साथ ही धोखाधड़ी में इस्तेमाल हुए 45000 रुपए इनाम के खाते में फ्रीज कर दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले में पुलिस गहनता से जांच कर रही है तथा संलिप्त सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।