जगाधरी, 9 अप्रैल (निस)
नव संवत्सर व प्रथम नवरात्रे पर मंगलवार को जगाधरी व साथ लगते इलाके के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। भक्तों ने मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर उपवास शुरू किया। अलसुबह से ही प्राचीन देवी भवन मंदिर जगाधरी, प्राचीन श्री संतोषी मां सिद्ध पीठ मंदिर जगाधरी, प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर जगाधरी, मां दुर्गेश्वरी मंदिर बूड़िया, मां देवी मंदिर लौहरीवाला आदि मंदिरों में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। पहले नवरात्रे पर मंदिरों व घरों मां शैलपुत्री की पूजा की गई। घट स्थापित कर अखंड जोत प्रज्जवलित की गई। श्रद्धालुओं ने माता का आशीर्वाद लिया। नवरात्रों को लेकर मंदिरों को रंग-बिंरगी लाइटिंग कर भव्य रूप देकर सजाया गया है।
शंख ध्वनि, वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंजा ब्रह्मसरोवर
पिपली (कुरुक्षेत्र) (निस) : भारतीय सनातन नववर्ष हमारी संस्कृति व सभ्यता का स्वर्णिम दिन है। यह दिन भारतीय संस्कृति की गरिमा में निहित अध्यात्म व विज्ञान पर गर्व करने का अवसर है। यह विचार मातृभूमि शिक्षा मंदिर द्वारा भारतीय नववर्ष विक्रमी संवत 2081 के स्वागत एवं अभिनन्दन के उपलक्ष्य में ब्रम्हसरोवर पर आयोजित कार्यक्रम में मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने व्यक्त किये। इस अवसर पर ब्रह्मचारियों द्वारा शंख ध्वनि व वैदिक मंत्रोच्चारण से सारा ब्रह्मसरोवर गुंजायमान हो गया। वैदिक मान्यता के अनुसार विक्रम संवत्सर के प्रथम दिन सृष्टि की उत्पत्ति हुई थी और इसी दिन ब्रह्मा जी ने संसार की रचना की थी। सूर्य देव भी इसी दिन उदित हुए थे और भगवान श्री राम ने बाली का वध किया था। देश के अलग-अलग राज्यों में हिंदू नववर्ष के दिन कई त्योहार मनाए जाते हैं।
आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मनाया आर्य समाज स्थापना दिवस
नरवाना (निस) : आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नरवाना संचालित आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा दयानंद मठ रोहतक में आर्य समाज नरवाना के द्वारा आर्य समाज स्थापना दिवस, चैत्र नव संवत्सर तथा महर्षि दयानंद जी की 200 वीं जयंती मनायी गयी। आर्य समाज नरवाना के प्रधान चंद्रकांत आर्य ने कार्यक्रम का आगाज किया। इस अवसर पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा शुरू की गई जैविक खेती और पर्यावरण बचाओ और प्राकृतिक खाद की झांकियां ट्रैक्टर ट्रालियों के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया। पूरे नरवाना शहर में समस्त आर्य जनों, स्कूल के बच्चों, समस्त स्टाफ के साथ शोभायात्रा निकल गई। इस अवसर पर ऋषि लंगर का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर आर्य समाज के सदस्य सतीश आर्य, तेजपाल आर्य, मोहनलाल आर्य, धर्मपाल आर्य, वेदपाल आर्य, राजवीर आर्य, भागचंद बंसल, पार्षद नवीन आर्य, ललित आर्य, अतुल आर्य तथा दोनों स्कूलों का स्टाफ और प्राचार्य और प्राचार्या उपस्थित रहे।
बनभौरी माता भ्रामरी धाम पर श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना
उचाना (निस) : मंगलवार को पहले नवरात्र पर देवभूमि बनभौरी माता भ्रामरी धाम पर पहुंच कर श्रद्धालुओं ने माता की पूजा-अर्चना कर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की। मंदिर पुजारी मेघराज कौशिक ने बताया कि देवभूमि बनभौरी माता भ्रामरी धाम पर मान्यता है कि यहां पर नवजात शिशु के सिर के सुच्चे बाल उतरवाए जाते हैं तो नवविवाहित गठजोड़े की पूजा करवाई जाती है।
दिल्ली, पंजाब, यूपी, मुम्बई, हरियाणा, बिहार, चंडीगढ़, हिमाचाल सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु माता भ्रामरी धाम पर आते हैं।
भारत विकास परिषद ने किया हवन यज्ञ
टोहाना (निस) : भारतीय नववर्ष विक्रमी नव संवत 2081 के आगमन पर भारत विकास परिषद की स्थानीय शाखा द्वारा हवन-यज्ञ का आयोजन कल्पना चावला पार्क में किया गया। यज्ञ को मंत्रोच्चार, विधि विधान से गायत्री परिवार से आशीष एवं तानसेन द्वारा सम्पन्न करवाया गया। यजमान के रूप में श्रीमति एवं श्री राजकुमार ने आहुति डाली। इस अवसर पर नगरपरिषद अध्यक्ष नरेश बंसल, डाॅ. शिव सचदेवा, रविंद्र मेहता, सतपाल नन्हेड़ी, कृष्ण बंसल, संजय रेवड़ी, जगमेल कटारिया, शशि भूषण, रामेश कमल, अनूप कुमार, बृजमोहन, रघुनाथ राय, बजरंग गोयल, वीरभान, नरेश भूटानी भी मौजूद थे।