मानसून में फसलें डूबी, सदन में उठे सवाल, पोर्टल और मुआवजे पर बहस
मानसून में जलभराव और फसल नुकसान को लेकर हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को बेहद गरम और तीखी बहस का केंद्र बन गया। सत्ता और विपक्ष आमने-सामने आ गए। सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी और नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के बीच भी नोक-झोंक देखने को मिली। जलभराव और मुआवजे के मुद्दे पर बहस बढ़ती देख मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभाला और विपक्ष को करारा जवाब दिया।
दरअसल, बारिश व जलभराव की वजह से फसलों में हुए नुकसान पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विवाद हुआ। सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी के अनुसार, बारिश से प्रदेशभर में 30315 एकड़ में जलभराव है। बाढ़ और बारिश के पानी की निकासी के लिए 1452 पंप लगाए हैं। रोहतक जिले के 71 गांवों में 9724 एकड़ भूमि में 0.6 से 2 फीट तक जलभराव है। जल निकासी के लिए 977 कयूसिक क्षमता वाले 250 पंप मशीनरी लगाए गए हैं।
भिवानी जिले के 31 गांवों में 9425 एकड़ में जलभराव है। हिसार में बारिश ज्यादा होने के चलते 34 गांवों में 2032 एकड़ फसल जलमग्न है। वहीं हिसार, भिवानी, रोहतक, पलवल, चरखी-दादरी, रेवाड़ी और सिरसा जिले के 188 गांवों के बाढ़ प्रभावित किसानों की सुविधा के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 31 अगस्त तक खुला रहेगा। ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर प्राप्त दावों के आधार पर विशेष गिरदावरी के रूप में सत्यापन करया जाएगा और आकलन के हिसाब से तय मानदंडों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।
सीएम-पूर्व सीएम में बहस
सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा :
‘सरकार, जलभराव वाले क्षेत्रों में स्पेशल गिरदावरी कब कराई जाएगी और मुआवजा कब मिलेगा?’
मुख्यमंत्री ने पलटवार किया :
‘किसान फसल क्षति का मुआवजा पोर्टल पर पंजीकरण करवा कर सीधे अपने खाते में प्राप्त कर सकते हैं। हाल ही में हमने 78 करोड़ का मुआवजा एक क्लिक में दिया।’
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने साफ किया :
‘हमने कभी पोर्टल बंद करने की बात नहीं कही। सवाल यह है कि किसानों को उलझाया जा रहा है। आवश्यकता नहीं है तो उन्हें परेशानी क्यों दी जा रही है? अगर सब कुछ पोर्टल से होना है, तो सदन भी पोर्टल से चलवा दें।’
मुख्यमंत्री ने पलटवार में कहा :
‘विपक्ष ने चुनाव के दौरान पोर्टल बंद करने का दुष्प्रचार किया, लेकिन सच्चाई यह है कि अब तक 15 हजार करोड़ का मुआवजा किसानों को मिल चुका है। कांग्रेस के समय में केवल 1158 करोड़ ही दिया गया था।’
सिंचाई मंत्री ने कहा- सुनने की हिम्मत रखो
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी जवाब दे रही थीं, तभी कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सवाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में दिया गया ब्योरा पूरा नहीं है। इस पर श्रुति चौधरी ने कहा - पहले सुनिए, हर बात का जवाब दिया जाएगा। सुनने की हिम्मत रखो। बहस बढ़ती देख मुख्यमंत्री ने खुद मोर्चा संभाला और विपक्ष को करारा जवाब दिया।
अनिल विज के भाई को अटैक, नहीं पहुंचे सदन
हरियाणा के परिवहन, ऊर्जा व श्रम मंत्री अनिज विज सोमवार को सदन में नहीं पहुंचे। स्पीकर ने सदन को सूचित किया कि विज ने उन्हें फोन पर इस बारे में सूचित किया है। विज के भाई को पैरालाइज अटैक आने की वजह से विज नहीं पहुंचे हैं। उनके भाई अस्पताल में भर्ती हैं। यहां बता दें कि विज का अपने भाइयों के प्रति अगाध प्रेम है। करनाल विधायक जगमोहन आनंद शादी समारोह में व्यस्त होने की वजह से नहीं आ पाए। इसी तरह उचाना कलां विधायक देवेंद्र अत्री भी सदन में नहीं पहुंचे।