जगाधरी, 21 अप्रैल (निस)
कच्चे माल की किल्लत के चलते यहां की प्लाईवुड इंडस्ट्री पर संकट है। इस समय जगाधरी, यमुनानगर, बूड़िया, बिलासपुर, छछरौली में एक हजार प्लाईवुड फैक्टिरयां, पीलिंग यूनिट व आरा मशीन हैं। पिछले दो हफ्ते से लक्कड़ मंडी में माल की बहुत कम आवक हो रही है। यहां की मंडी मेंब 60 फीसदी लकड़ी यूपी से आती है। मंडी में माल की आवक घटकर 40 फीसदी तक रह गई है। अच्छी क्वालिटी का पापुलर रिकार्ड दाम 14 सौ रुपये प्रति क्विंटल तक चल रहा है। सफेदा लकड़ी भी पहले के मुकाबले डेढ़ सौ प्रति क्विंटल महंगी है। प्लाईवुड कारोबरी राजेश शर्मा, भारत बब्बू का कहना है कि पीछे से माल नहीं आ रहा है। यह स्थिति लंबी समय तक चलेगी। माल न आने से हालात यह हैं कि एक प्रेस चलने की संख्या कम हो गई हैं। दूसरे प्रोडक्शन आवर्स भी कम हो गए हैं। एक कारोबारी का कहना था कि जिले में 60 फैक्टिरयां बंद पड़ी हैं।
उत्पादन 60 फीसदी रह गया
आल इंडिया प्लाईवुड आनर्स एसोसिएशन के प्रधान देवेंद्र चावला का कहना है कि कच्चा माल कम आने की वजह से रेट ज्यादा है। पापुलर का रकबा घटना, रमजान व प्रचंड गर्मी के कारण कटाई न होने से भी कम आवक हो रही है। शादियों के सीजन के चलते प्रवासी मजदूर बिहार, यूपी अपने घरों को चले गये हैं। इससे भी उत्पादन प्रभावित हो रहा है। फिलहाल स्थिति में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना तो नहीं लग रही है। उन्होंने सरकार से मदद करने की मांग की है।