50 हजार का इनामी बदमाश रादौर में पुलिस मुठभेड़ में ढेर, CIA प्रभारी को भी गोली लगी
Radaur Police Encounter: पुलिस और बदमाश के बीच शुक्रवार रात निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे पर गांव धौलरा के समीप मुठभेड हो गई। इस मुठभेड में पचास हजार का इनामी बदमाशा ढेर हो गया, जबकि सीआईए प्रभारी राकेश कुमार गोली लगने से घायल हो गए। मारे गए बदमाश पर सात अपराधिक मामले दर्ज थे। इस मुठभेड के दौरान दोनों ओर से 17 राऊंड फायरिंग हुई।
रादौर क्षेत्र में लगभग 33 वर्ष बाद पुलिस ने मुठभेड़ में किसी शातिर अपराधी को मार गिराया है। सीआइए टू इंचार्ज राकेश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 19 सितंबर की शाम को मुखबिर से उन्हें सूचना मिली थी कि नोनी राणा ग्रुप का वांछित ईनामी अपराधी रजत पुत्र कर्मबीर निवासी गांव शेरगढ़, थाना इंद्री, जिला करनाल जिसने ब्राउन रंग की आधी बाजू की टी शर्ट, काले रंग की लोवर पहनी हुई है। वहीं बाजू पर गर्म पट्टी बंधी है व सिर पर सफेद रंग का परना बांधा हुआ है जो सिल्वर रंग की बिना नंबर की स्प्लेंडर बाइक पर सवार होकर आज शाम को रादौर क्षेत्र में दिखाई दिया है।
मुखबिर ने सूचना दी कि अपराध अवैध हथियार लिए हुए है और कोई भी वारदात कर सकता है। जिसके बाद पुलिस की टीम ने वांछित अपराधी को काबू करने के लिए निर्माणाधीन अंबाला-शामली हाईवे पर रादौर-लाडवा रोड कट से नहर की ओर लगभग एक किलोमीटर दूर जाकर मोर्चा संभाला। जहां पुलिस ने सीमेंट के गाटरो की आड़ में सरकारी गाड़ी को छिपाकर नाकाबंदी शुरू की।
नाकाबंदी के लगभग 40 मिनट बाद एक बाइक सवार अपनी बाइक को नहर की तरफ से तेजगति से चलाते हुए सामने से आता हुआ दिखाई दिया। जिस पर पुलिस ने सरकारी गाड़ी को एकदम से बीच में अड़ाकर बाइक सवार को रोकने की कोशिश की। बाइक सवार ने सरकारी गाड़ी को देखते ही अपनी बाइक को दाहिनी तरफ से घूमाकर वापिस भागने की कोशिश की। जिस पर बाइक तेज होने के कारण वह एकदम से अनियंत्रित होकर बाइक सहित कच्चे रास्ते पर गिर गया।
बाइक सवार लड़के को गाड़ी की लाइट में देखने पर सूचना मुताबिक ही कपड़े पहने दिखाई दिया। आरोपी ने बाइक से नीचे गिरते ही पुलिस टीम से बचने के लिए जान से मारने की नीयत से पुलिस पर सीधा फायर करना शुरू कर दिया। जिस पर पुलिस ने आरोपी को घेरते हुए आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी और पुलिस ने एक एक राउंड हवा में फायर किये, लेकिन अपराधी पुलिस पर जान से मारने की नीयत से लगातार फायरिंग करता रहा।
अपराधी द्वारा की गई फायरिंग में एक गोली एएसआई अरूण कुमार की पहनी हुई बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी। जिस कारण एएसआई अरूण कुमार की जान बच गई। अपराधी द्वारा लगातार पुलिस पार्टी को जान से मारने की नीयत से सीधे फायर किए जाते रहे। पुलिस टीम बार बार आरोपी का आत्मसमर्पण के लिए चेतावनी देती रही। लेकिन अपराधी लगातार फायर करता रहा।
अपराधी द्वारा किए गए फायर में से एक गोली सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार की दाहिनी बाजू पर लगी। आरोपी की ओर से फायरिंग बंद होने पर सिपाही सुनील द्वारा टार्च लाइट जलाने पर दिखाई दिया कि जवाबी फायर में आरोपी गोली लगने से घायल होकर नीचे गिरा हुआ है, जिसका खून बह रहा है। जिस कारण आरोपी का हथियार भी जमीन पर साइड में गिर गया था।
आत्मरक्षा में पुलिस पार्टी द्वारा फायर न किए जाते तो पुलिस पार्टी को जान की हानि हो सकती थी। पुलिस पार्टी ने आरोपी को काबू किया। जिसकी शिनाख्त रजत पुत्र कर्मबीर निवासी शेरगढ़, थाना इंद्री, जिला करनाल के रूप में की गई। आरोपी रजत गोली लगने के कारण घायल हो गया था, जिसके शरीर से खून बह रहा था। जिसको तुरंत सिविल अस्पताल यमुनानगर ले जाया गया। जिसकी मौत हो गई।
33 वर्ष बाद ढेर किया कोई बदमाश
33 वर्षो के बाद रादौर क्षेत्र में हुई अपराधी व पुलिस में मुठभेड़- 19 सितंबर की रात को पुलिस ने मुठभेड़ में शातिर अपराधी रजत को मार गिराया। जिस पर 50 हजार रुपये का इनाम था। इससे पहले 8 दिसंबर 1992 में रादौर क्षेत्र में पुलिस ने गांव गुमथला में पंजाब के कुख्यात इनामी आतंकवादी हरमीत सिंह टोची को मुठभेड़ में मार गिराया था। जिस पर लगभग 5 लाख रुपये इनाम था। मुठभेड़ पर हरमीत सिंह टोची की पत्नी, बच्चे व ड्राइवर ध्यान सिंह की मौत हो गई थी।
एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि मारा गया अपराधी वही बदमाश है। जिसने 14 सितम्बर को माडल टाऊॅन यमुनानगर में एक शो रूम के बाहर फायरिंग की थी, यही नहीं उसी दिन उसने लाड़वा में एक शराब ठेके पर भी ताबडतोड़ गोलियां चलाई थी। पुलिस को इनपुट मिला था कि यह अपराधी रादौर क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने नाकेबंदी की थी, लेकिन खुद को घिरा देख बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी थी। जवाबी कारवाई में गोली लगने से मारा गया।