गुरुग्राम, 31 अगस्त (हप्र)
नगर पालिका हेलीमंडी में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पालिका अध्यक्ष व अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पार्षदों ने अब विकास कार्यों में हो रही धांधली को लेकर उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने की मांग उठाई है। इसको लेकर 8 पार्षदों ने शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के नाम एसडीएम को एक पत्र भी सौंपा। पिछले कुछ समय से पार्षदों ने विरोधी सुर छेड़ रखे हैं। 15 सदस्यीय पालिका में 9 पार्षदों विरोधी खेमे में एकजुट हैं। सोमवार को विरोधी खेमे के पार्षदों ने पटौदी के एसडीएम से मुलाकात कर उन्हें एक पत्र सौंपा। इन्होंने आरोप लगाया गया है कि नगर पालिका अध्यक्ष और पालिका प्रशासन के अधिकारी अपने स्वार्थ के लिए अवैध कालोनियां काटवाने का काम कर रहे हैं। वार्ड 15 में नगर पालिका सभी नियमों को ताक पर रखते हुए जन स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बिना अपने खर्चे पर सीवर व पानी की पाइप लाइनें दबवा रही है जबकि जिस क्षेत्र में यह काम किया जा रहा है वह पूरी तरह से अनाधिकृत है। पत्र में पार्षदों ने आरोप लगाया कि आरक्षित वार्ड 2 में एडीसी ग्रांट 9 लाख 90 हजार रुपए निकाले गए, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। सीएम अनाउंसमेंट के तहत बन रहे खेल स्टेडियम, रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाने मंे तमाम तरह की धांधलियां की गई हैं। नगरपालिका द्वारा नियमों को ताक पर रखते हुए विभिन्न विकास कार्यों में नाॅन आईएसआई टाइलों का प्रयोग किया गया है।
इस पत्र पर वार्ड एक से विकास यादव, वार्ड 2 से बबीता बाई, वार्ड 5 राजीव सिंह, वार्ड 7 मदन लाल गुप्ता, वार्ड 9 मंजू देवी, वार्ड 13 रिंकू व वार्ड 15 से मौसम डागर छिल्लर सहित 8 पार्षदों ने हस्ताक्षर किए हैं। इनकी मांग है कि पालिका में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच विजिलेंस से करवाई जाए।