पंचकूला (हप्र) : पंचकूला नगर निगम के एरिया में बिना परमिशन लिए लगाए गए टावर्स और बूस्टर्स को हटाने को लेकर मंगलवार को निगम की टीम ने अभियान चलाया। निगम की टीम एसडीओ मनोज अहलावत की अगुवाई में एनफोर्समेंट टीम के साथ पंचकूला के विभिन्न सेक्टर्स में पहुंची जहां निगम की टीम ने सेक्टर-11 में जियो कंपनी के लगे एक बूस्टर को हटाया, सेक्टर-15 में एयरटेल कंपनी के बूस्टर को सील किया और वहीं सेक्टर-6 में लगे एटीसी टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर के टावर को सील कर दिया। एसडीओ ने बताया कि निगम की टीम ने यह कार्रवाई निगम आयुक्त आईएएस के निर्देश पर की है और बिना परमिशन के बूस्टर्स और टावर लगाने पर कंपनी को चेतावनी दी है। बिना परमिशन के टावर और बूस्टर लगाने वाली कंपनियों को आयुक्त ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस भी कंपनी ने बिना परमिशन के बूस्टर या टावर लगाये हुए हैं वे स्वयं ही इन्हें हटा लें अन्यथा सीलिंग के बाद उखाड़ने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इस दौरान जेई जयवीर, सुपरवाइजर परवीन, नवीन व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।