रोहतक, 6 जुलाई (हप्र)
नगर निगम प्रशासन पुराने रोहतक में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए पारंपरिक तरीका अपनाएगा। जिसके तहत शहर में छोटू राम चौक के पास स्थित लाडवाला तालाब की खुदाई करवाई जाएगी।
कुछ समय पहले तक लाडवाला तालाब पहले शहर की जल निकासी व्यवस्था से जुड़ा था। बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए आस-पास के क्षेत्रों का बारिश का पानी इस तालाब में डाला जाता था, लेकिन कुछ साल पहले व्यावसायिक गतिविधियों के लिए इसका भराव कर दिया गया था। वहां कई दुकानें बना दी गई हैं।
शहर निवासी राजेंद्र, अमरजीत आदि ने बताया कि पहले रोहतक शहर में लाडवाला सहित नौ तालाब थे, जो शहर के एक बड़े हिस्से को बाढ़ से बचाते थे।
दुर्भाग्य की बात यह है कि इन सभी तालाबों को पानी की निकासी व्यवस्था विकसित किए बिना व्यक्तिगत लाभ के लिए पाट दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर निगम प्रशासन लाडवाला तालाब की खुदाई करवा कर इसे जल निकासी के काम में लेता है तो इससे शहर में जलभराव की स्थिति से निपटने में काफी सहायता मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम को पुराने तालाबों की खुदाई करवाने के साथ-साथ कुछ नए तालाब भी विकसित करने चाहिए ताकि जलभराव की समस्या से निपटा जा सके।
मेयर ने कहा -लाडवाला तालाब को फिर करेंगे तैयार
रोहतक के मेयर मनमोहन गोयल ने कहा कि लाडवाला तालाब को फिर से बहाल किया जाएगा क्योंकि शहर की जल निकासी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इसकी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पार्षदों ने गत दिवस आमसभा की बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर दिया था। उन्होंने बताया कि अब, इस संबंध में शहरी स्थानीय निकायों के राज्य अधिकारियों से अनुमति और बजट मांगा जाएगा। अनुमति मिलने के बाद तालाब को खोदा जाएगा।