जिलों में जाकर फिर रिपोर्ट बनाएंगे काेऑर्डिनेटर, अब कार्यकारी अध्यक्षों को लेकर होगा मंथन
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर
हरियाणा में कांग्रेस संगठन का गठन लंबित होता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए ‘टॉस्क’ को पूरा करने में अभी तक ‘फेल’ रहे हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया एक बार फिर कोशिश करने में जुटे हैं। जिलाध्यक्षों के मुद्दे को लेकर वे संभावित नामों की सूची लेकर शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर सकते हैं। दो रोज पहले पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी खड़गे से मिल चुके हैं। वहीं दूसरी ओर, जिलाध्यक्षों के साथ कार्यकारी जिलाध्यक्ष नियुक्त करने के अपने फार्मूले को भी बाबरिया आगे बढ़ाने की मंशा रखते हैं। खड़गे से मुलाकात के दौरान वे इस मुद्दे पर भी चर्चा कर सकते हैं। साथ ही, एआईसीसी के स्तर पर संभावित जिलाध्यक्षों के फीडबैक के लिए जिलों में भेजे गए कोऑर्डिनेटरों को एक बार फिर फील्ड में उतारा जा सकता है। इस बार कोऑर्डिनेटरों को कार्यकारी जिला अध्यक्षों के साथ मंडल स्तर के पदाधिकारियों के बारे में फीडबैक लेने को मैदान में उतारेंगे। यहां बता दें कि इससे पहले कोऑर्डिनेटरों द्वारा जिलों में की गई बैठकों के द्वारा हुड्डा गुट और एसआरके ग्रुप यानी कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और किरण चौधरी के समर्थकों में संग्राम हो चुका है। कई जगहों पर जहां नारेबाजी हुई। कुछ जिलों में वर्करों में हाथापाई और मारपीट तक की घटनाएं हुईं। एसआरके ग्रुप प्रदेश प्रभारी की कार्यशैली पर भी सवाल उठा चुका है। नाराज़गी के चलते ही एसआरके ग्रुप की ओर से जिलाध्यक्षों को लेकर अपने चहेतों के नाम भी प्रभारी को नहीं दिए हैं।
बेशक, प्रभारी की ओर से जिलाध्यक्षों के संभावित नामों पर चर्चा करने के लिए वन-टू-वन मीटिंग करने की भी कोशिश की गई, लेकिन एसआरके ग्रुप ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। बहरहाल, जिलों से कोऑर्डिनेटरों द्वारा तैयार की गई फीडबैक रिपोर्ट के आधार पर ही पैनल तैयार करके अब बाबरिया, खड़गे से मुलाकात करेंगे। जिस तरह से प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में खींचतान बढ़ी हुई है, उसे देखते हुए लगता नहीं कि जल्द ही संगठन का गठन हो पाएगा।
बेशक, लोकसभा चुनावों को लेकर प्रदेश के कांग्रेसी अति आत्मविश्वास में हैं, लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की संभावनाओं को भी टाला नहीं जा सकता। पहले खुलकर विरोध करने वाले प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी अब सॉफ्ट पड़ गए हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली नेतृत्व के इशारों के बादे ही उनके स्वर बदले हैं। शुक्रवार को नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उदयभान ने कहा, कांग्रेस लोकसभा चुनाव की अपने स्तर पर तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी का हरियाणा में कोई जनाधार नहीं है। इसलिए उसे लोकसभा चुनाव में कोई सीट दिए जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अगर कांग्रेस हाईकमान ने कहा कि आम आदमी पार्टी को सीट देकर कुर्बानी देनी होगी तो हम दे देंगे।
गठबंधन सरकार से जनता परेशान : दीपेंद्र
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, हरियाणा के लोग भाजपा-जजपा से परेशान हैं, इसलिए कांग्रेस में आ रहे हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। इसलिए वह कांग्रेस में ही अपना भविष्य देखते हैं। सत्ता में आने के बाद कांग्रेस प्रदेश की जनता से किए जा रहे हर वादे को पूरा करेगी। दीपेंद्र ने कहा, कांग्रेस किसी सूरत में इनेलो के साथ गठबंधन नहीं करेगी। यह लोग एक सीट भी आ गई तो भाजपा के साथ चले जाएंगे। पहले भी इनेलो ने राज्यसभा और राष्ट्रपति के चुनाव में भाजपा का साथ दिया है।