देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 19 मार्च
सहकारिता मंत्री डा.बनवारी लाल को पलवल में किसानों का विरोध सहना पड़ा। वह शुक्रवार को पंचायत भवन में लोक संपर्क एवं परिवाद समिति की बैठक लेने आए थे। जैसे ही धरने पर बैठे किसानों को मंत्री बनवारी लाल के आने की सूचना मिली तो वो काले झंडे लेकर मौके पर पहुंच गए, लेकिन उससे पहले ही मंत्री बैठक खत्म कर निकल गए। इसके बाद बनवारी लाल रेस्ट हाउस गए तो किसान भी काले झंडे लेकर वहां पहुंच गए। किसानों ने रेस्ट हाउस के बाद सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने तुरंत तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग की। इससे पहले सहकारिता मंत्री के सामने 12 परिवाद रखे गए, जिनमें से 7 का निपटारा कर दिया। जिला परिषद से संबंधित शिकायत में लिपिक राजेश कुमार व सहायक लाल सिहं द्वारा यूजरनेम व पार्सवर्ड को इस्तेमाल कर अलग-अलग तिथियों व समय पर अनधिकृत राशि खंड हसनपुर में ट्रांसफर कर दी गई थी। बैठक में कर्मियों के खिलाफ अनियमितता पाए जाने पर सस्पेंड कर दिया गया। इसके अतिरिक्त राइस मिल मालिक पलवल व होडल ने शिकायत के साथ शपथ पत्र देकर अनुरोध किया कि जिला विपणन प्रर्वतन अधिकारी रमेश गोयल को रिलीव कर दिया गया।
सरपंच से मिलीभगत ग्राम सचिव नपा
इसके अतिरिक्त हथीन के गांव मंगोरका में सरपंच लता मंगेश का शिक्षा प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने चुनाव को निरस्त कर दिया गया था। पद से निरस्त होने के बावजूद सरपंच ने ग्राम पंचायत के पैसों का लेनदेन किया, जिससे ग्राम पंचायत को आर्थिक हानि हुई। उक्त मामले में ग्राम सचिव की मिलीभगत होने पर ग्राम सचिव को सस्पेंड कर दिया गया और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ एक तकनीकी कमेटी गठित कर ग्राम पंचायत में किए गए विकास कार्यों का विवरण तैयार करने के दिशा निर्देश दिए गए। इनायतपुर गांव की पंचायत गुलाबद में सरपंच द्वारा विकास कार्यो में पैसों का गबन करने की शिकायत पर सीओ जिला परिषद को मामले की जांच के निर्देश जारी किए गए।