बहादुरगढ़, 26 मई (निस)
शहर के कई वार्डों में दूषित पेयजल समस्या के चलते लोग बीमार हो रहे हैं। लाइनपार के वार्ड 6 के जौहरी नगर, फ्रैंडस कॉलोनी, वत्स कॉलोनी, हरी नगर समेत कई अन्य एरिया में जब भी पानी की सप्लाई आती है तो शुरुआती 10-15 मिनट तक तो गंदा पानी ही सप्लाई होता है। एक दिन छोडक़र एक दिन हो रही सप्लाई में पर्याप्त स्वच्छ पेयजल तक लोगों को नहीं मिल पा रहा। करीब 40 मिनट की सप्लाई में 10-15 मिनट तक दूषित पानी सप्लाई होता है। इस पानी को अन्य कार्यों में भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। लाइन लीकेज, वॉल से रिसाव या फिर लोगों के कनैक्शन लीकेज के चलते दूषित पानी सप्लाई हो रहा है या फिर अन्य कोई वजह है इसको लेकर कुछ भी स्पष्ट पता नहीं चल पा रहा।
लाइनपार क्षेत्र में एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई होती है। बूस्टर पर यहां पानी करीब 7 लाख गैलन स्टोरेज होता है। पेयजल सप्लाई के लिए यहां पर जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से 13 जोन बनाए गए हैं। उनमें से 7 जोन में एक दिन पानी सप्लाई होता है तो बाकी 6 जोन में अगले दिन। ऐसे में एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई का शैड्यूल बनाया हुआ है। लेकिन यह शैड्यूल भी लोगों को रास नहीं आ रहा। यहां पर वैध कनेक्शनधारक काफी कम हैं, जबकि अवैध कनेक्शनों की भरमार है। मगर विभाग की ओर से इनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर कोई खास कदम नहीं उठाया जा रहा। अवैध कनेक्शन व मनमानी तरीके से पेयजल की लाइन में कनेक्शन होने के चलते भी कई बार पेयजल लीकेज ज्यादा होती है क्योंकि कुछ पलम्बर मनमाने तरीके से नियमों की अनदेखी करके कनेक्शन कर देते हैं।
दूषित पानी की सप्लाई से लोग परेशान
भीषण गर्मी के इस मौसम में पानी की डिमांड भी अधिक होने लगी है। मगर इन दिनों लाइनपार क्षेत्र के अनेक हिस्सों में दूषित पानी की सप्लाई किसी न किसी वजह से हो रही है। इससे लोग कई तरह से जलजनित बीमारियों की जकड़ में भी आने लगे हैं। अनेक कॉलोनियों में दुकानों, घरों पर भी निजी सप्लायरों से पानी के कैम्पर खरीदकर लोगों को पीने पड़ रहे हैं। मगर ये कैम्परों के जरिये पानी जो सप्लाई हो रहा है उसकी कितनी शुद्धता रहती है इसको लेकर भी लोग कई तरह के सवाल भी खड़े करते हैं।