मधुमक्खी पालन के मॉडल को अफ्रीका में लागू करने पर विचार
अंतर्राष्ट्रीय दल ने ग्रामीण नवाचार के केंद्र दामला गांव का किया दौरा
ग्रामीण नवाचार के केंद्र दामला गांव में आज मोजाम्बिक और जाम्बिया से 15 लोगों का एक उच्च-स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय समूह पहुंचा। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत में विकसित सफल कृषि और उद्यमिता मॉडल को देखना और समझना था कि इन्हें अफ्रीका में कुशलतापूर्वक कैसे लागू किया जाए। दौरे का नेतृत्व कंपनी के निदेशक और दो बार के नेशनल अवार्ड विजेता किसान धर्मवीर कंबोज ने किया। दल ने उनकी प्रसिद्ध मल्टीपर्पज फूड प्रोसेसिंग मशीन का अवलोकन किया। फूड प्रोसेसिंग मशीन का सफल प्रदर्शन कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा मशीन का लाइव डेमो कर दिया गया। फलों और सब्जियों से जूस और अन्य मूल्यवर्धित उत्पादों को तैयार करने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया। दल ने ग्रामीण स्तर पर किसानों की आय बढ़ाने की इस मशीन की क्षमता को करीब से समझा।
मधुमक्खी पालन के उन्नत तरीकों का लिया अनुभव
देश के प्रमुख मधुमक्खी पालक सुभाष कंबोज भी विशेष रूप से कंपनी परिसर में उपस्थित थे। कंबोज, जिनका नवाचार इतना प्रशंसनीय है कि प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में उनका जिक्र दो बार कर चुके हैं, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल को मधुमक्खी पालन के उन्नत तरीकों और तरह-तरह के शहद उत्पादन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विदेशी दल कंबोज के अनुभव और उनके व्यावसायिक मॉडल को अफ्रीका में अपनाने की संभावनाओं पर चर्चा करके बहुत प्रभावित हुआ। धर्मवीर कंबोज ने कहा, यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारे गांव के नवाचार—चाहे वह मशीन हो या उन्नत मधुमक्खी पालन, अब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ग्रामीण विकास के लिए एक प्रेरणा बन रहे हैं।

