सिरसा, 4 दिसंबर ( हप्र)
जिला के बड़ागुढ़ा व रोड़ी पुलिस थाना को डबवाली कोर्ट से जोड़ने के फैसले से गुस्साये सिरसा बार एसोसिएशन के सदस्यों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। वकीलों का कहना है कि जब तक यह फैसला बदला नहीं जाता, सिरसा बार एसोसिएशन के सभी वकील हड़ताल पर रहेंगे। कोई भी वकील किसी भी कोर्ट में पेश नहीं होगा। इसके लिए एसोसिएशन की ओर से कोर्ट के प्रवेश द्वार पर कई वकीलों की ड्यूटी लगा दी गई। इन वकीलों का काम यह है कि कोई भी वकील कोर्ट में न जा सके।
वकीलों ने फैसला लिया है कि अगर कोई किसी भी कोर्ट में पेश हुआ तो उस पर 11 हजार रुपए का जुर्माना होगा। सोमवार को कोई भी वकील कोर्ट में पेश नहीं हुआ। बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट गणेश सेठी का कहना है कि इस फैसले के संबंध में सेशन व सीजेएम कोर्ट ने बार एसोसिएशन से न तो चर्चा की और न ही इस बारे में बताया। शनिवार को वकीलों को पता चला कि बड़ागुढ़ा व रोड़ी पुलिस थाना को डबवाली कोर्ट से जोड़ दिया गया है और दोनों थानों से जुड़े 716 केस डबवाली कोर्ट में ट्रांसफर किए गए हैं। बार प्रधान का कहना है कि बार एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर एक कमेटी गठित की है। ये कमेटी मुख्यमंत्री हरियाणा, गृह मंत्री व सेशन जज से मुलाकात करेगी।
वकीलों ने दिया तर्क
पूर्व उप प्रधान एडवोकेट लक्की दुग्गल का कहना है कि बड़ागुढ़ा व रोड़ी पुलिस थाना को डबवाली से जोड़ना सही फैसला नहीं हैं। इससे दोनों थाना क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के ग्रामीणों को नुकसान व परेशानी होगी। वकीलों को भी केस की पैरवी के लिए सिरसा से 60 किलोमीटर दूर डबवाली जाना पड़ेगा। रोड़ी व बड़ागुढ़ा क्षेत्र के गांवों की दूरी सिरसा से 8 से 30 किलोमीटर है जबकि डबवाली 55 से 60 किलोमीटर पड़ता है। इसलिए रोड़ी व बड़ागुढ़ा थाना को डबवाली से जोडऩा बिलकुल भी सही नहीं है।
सिरसा कोर्ट के अधीन रह गए 5 थाने
रोड़ी, बड़ागुढ़ा थाना सिरसा से अलग होने से सिरसा अदालत के अंतर्गत पांच थाना क्षेत्र ही रह गए हैं और डबवाली में 6 हो गए हैं। डबवाली में तीन अदालतें हैं, जबकि सिरसा में सीजेएम सहित 6 निचली अदालत हैं। नये फैसले से सिरसा अदालत में अब सिविल लाइन,सिटी थाना, सदर सिंह, डिंग व नाथूसरी चौपटा थाना क्षेत्र के गांव ही रह गए हैं।