चंडीगढ़, 18 जुलाई (ट्रिन्यू)
अगर अब किसी तरह की रुकावट नहीं आई तो इसी माह के अंत तक कांग्रेस की ब्लाक इकाई का गठन हो सकता है। अगस्त के आखिरी तक जिलाध्यक्ष भी बनने के आसार हैं। खबरें तो यह भी हैं कि प्रस्तावित पदाधिकारियों की सूची भी बन चुकी है। ब्लाक अध्यक्ष के साथ ही प्रदेश के डेलिगेट्स बनेंगे। डेलिगेट्स में से ही प्रदेश कार्यकारिणी में पदाधिकारियों का चयन होगा।
कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि शेड्यूल के हिसाब से संगठनात्मक चुनावों में देरी भी होती दिख रही है। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष उदयभान की मानें तो ब्लॉक इकाई के गठन में किसी तरह की देरी नहीं होगी। इसी माह के आखिर तक ब्लाक स्तर पर पार्टी का संगठन खड़ा कर दिया जाएगा। सोमवार को यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बातचीत के दौरान उदयभान ने कहा कि संगठन गठन को लेकर किसी तरह की गुटबाजी नहीं है।
वहीं दूसरी ओर, इस तरह की भी सूचनाएं हैं कि ब्लाक, जिला व प्रदेश कार्यकारिणी में अपने समर्थकों को एडजस्ट करवाने के लिए अधिकांश दिग्गज नेता लॉबिंग कर रहे हैं। बेशक, कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ‘फ्री-हैंड’ दिया जा चुका है, लेकिन संगठन में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला, पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव, पूर्व मंत्री व तोशाम विधायक किरण चौधरी के समर्थकों को जगह देनी पड़ सकती है।
कांग्रेस की अंदरुनी खींचतान और गुटबाजी के चलते ही प्रदेशाध्यक्ष द्वारा नियुक्त किए गए प्रदेश प्रवक्ताओं व पैनेलिस्ट की सूची पर अभी तक ब्रेक लगे हुए हैं। प्रदेश में कुल 178 ब्लाक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष व कार्यकारिणी के सदस्य बनने हैं। ब्लॉक जिलाध्यक्ष के फैसले के साथ ही प्रदेश के डेलिगेट्स भी बनेंगे। हालांकि प्रदेश में प्रशासनिक दृष्टि से 32 नये ब्लॉक बन चुके हैं, लेकिन कांग्रेस फिलहाल पुरानी सूची के हिसाब से ही ब्लाक इकाई का गठन करेगी। इसी तरह से कुल 33 जिलाध्यक्ष बनेंगे।
190 तक पहुंचेगी संख्या
प्रदेश डेलिगेट्स में से ही प्रदेश पदाधिकारियों का फैसला होगा। 178 डेलिगेट्स के अलावा विधायकों में से भी 10 डेलिगेट्स बनेंगे। इसी तरह से सभी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भी डेलिगेट्स में शामिल होंगे। ऐसे में इनकी संख्या 190 के लगभग पहुंचेगी। इतना ही नहीं, 10 विधायकों के अलावा सभी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, महिला, युवा, एनएसयूआई व कांग्रेस सेवादल के प्रदेशाध्यक्ष प्रदेश कार्यकारिणी में बतौर सदस्य के रूप में भी शामिल होंगे।