चंडीगढ़, 19 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस भी अब सत्तारूढ़ भाजपा की तरह संगठन को एक्टिव करेगी। पार्टी के जिलावार आयोजन भी होंगे। साथ ही, पार्टी के मौजूदा व पूर्व सांसदों-विधायकों के अलावा सभी वरिष्ठ नेताओं व वर्करों को ट्रेनिंग दी जाएगी। दो से तीन दिन का ट्रेनिंग कार्यक्रम अगस्त में होगा। पंचकूला में यह आयोजन करने की तैयारी है।
इसमें जहां 2024 के लोकसभा व विधानसभा चुनावों का रोडमैप तैयार होगा, वहीं सत्तारूढ़ भाजपा पर किसी तरीके से और किन मुद्दों पर हमला बोलना है, इसके लिए भी सभी को बारीकी से अवगत करवाया जाएगा। राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर के बाद मई के आखिर में चंडीगढ़ में प्रदेश कांग्रेस ने ऐसा ही चिंतन शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया था।
राज्यसभा चुनावों के चलते इसे टाल दिया गया। बताते हैं कि प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान की इस ट्रेनिंग-कम-चिंतन शिविर को लेकर विपक्ष नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से चर्चा हो चुकी है। पंचकूला में ट्रेनिंग कैम्प कहां लगेगा, इस बारे में अभी फैसला नहीं लिया गया है। उदयभान ने बताया कि ट्रेनिंग कैम्प में सभी सांसदों-विधायकों के अलावा पूर्व सांसदों-विधायकों तथा लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों को बुलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई व कांग्रेस सेवादल के पदाधिकारी भी इसमें शामिल होंगे। कांग्रेस ने मुख्य पार्टी के अलावा सभी फ्रंटल आर्गेनाइजेशन को भी एक्टिव करने का निर्णय लिया है।
हालांकि लोकसभा व विधानसभा चुनावों में अभी दो साल से अधिक का समय है, लेकिन पार्टी अभी से ग्राउंड पर होमवर्क करके चलेगी ताकि मजबूती के साथ ये चुनाव लड़े जा सकें।
बिश्नोई का शुरू से ही अस्थिर स्वभाव : उदयभान
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ.उदयभान ने आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई पर पलटवार करते हुए कहा, ‘कुलदीप की भाजपा के साथ पहले ही डील हो चुकी है। इसीलिए उन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की और अब राष्ट्रपति चुनाव में भी कांग्रेस के साथ धोखा किया है’। कुलदीप को अस्थिर स्वभाव का बताते हुए उदयभान ने कहा कि वे एसी में रहने वाले हैं और साल में 5 से 6 महीने तो विदेश में ही रहते हैं। किसी से मिलते नहीं। लोगों के फोन तक कुलदीप बिश्नोई द्वारा नहीं उठाए जाते। ऐसे में अब हलके के लोग भी उनसे नाराज़ हैं।
फंड आना शुरू
मंदी के दौर से गुजर रही कांग्रेस में विधायकों ने फंड देना शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने एक माह के वेतन से की है। हुड्डा ने पार्टी फंड में 60 हजार रुपये दिए हैं। वहीं खरखौदा विधायक जयवीर सिंह वाल्मीकि व मुलाना विधायक वरुण चौधरी ने 40-40 हजार रुपये एक माह के वेतन के तौर पर पार्टी फंड में जमा करवाए हैं। विधायकों को साल में एक बार एक माह का वेतन और पूर्व विधायकों को एक माह की पेंशन पार्टी फंड में जमा करवानी होती है।