दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 15 जून
राज्यसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस में हुई सेंधमारी के मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेता आमने-सामने हो चुके हैं। एक-दूसरे पर आरोप भी लगाए जा रहे हैं। आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई ने क्रॉस वोटिंग की, यह बात खुद कुलदीप ही स्वीकार कर चुके हैं। अभी तक भी कांग्रेसी दिग्गज उस विधायक का नाम नहीं बता रहे, जिसका वोट रद्द हुआ। एक ही वोट रद्द होने की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन चुनाव हार गए और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा की जीत हुई।
कांग्रेस नेतृत्व पिछले तीन दिनों से ईडी की पूछताछ में उलझा है। ऐसे में राज्यसभा चुनाव में हुई सेंधमारी पर चर्चा करने तक का वक्त किसी के पास नहीं है। हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल अपनी रिपोर्ट तो तैयार कर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्होंने नेतृत्व तक सौंपी नहीं है। इससे इत्तर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी गोपनीय रिपोर्ट बना रहे हैं, जो पार्टी हाईकमान को सौंपी जाएगी। माना जा रहा है कि प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष की रिपोर्ट अलग-अलग हो सकती हैं।
वहीं दूसरी ओर, सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी क्रॉस वोटिंग और कांग्रेस में हुई सेंधमारी पर चुटकी ली है। उनका कहना है कि कांग्रेस के जिस विधायक का वोट रद्द हुआ है, कांग्रेसके लोग उसे पहचान सकते हैं। वह व्यक्ति कौन है, इसके बारे में कांग्रेस के अधिकृत चुनाव एजेंट रहे विवेक बंसल ही सही से बता पाएंगे। नई दिल्ली में मीडिया ने जब इस मुद्दे पर उनसे बात की तो सीएम ने कहा, कांग्रेस विधायकों के वोट देखने का काम विवेक बंसल का था।
बंसल ने जरूर उस विधायक का वोट देखा होगा, जिसका वोट रद्द हुआ है। एक अन्य सवाल पर सीएम ने कहा, कांग्रेस अगर उस शख्स के खिलाफ एक्शन लेनी तो हम धन्यवाद करेंगे। दरअसल, इस पूरे घटनाक्रम में तीन विधायकों पर उंगली उठाई जा रही है। बड़ी बात यह है कि कांग्रेस के भी कई विधायक ऐसे हैं, जिन्हें उस व्यक्ति के बारे में सही से पता नहीं है, जिसका वोट रद्द हुआ है। सूत्रों का कहना है कि यह वोट पार्टी प्रत्याशी के नाम के सामने ‘टिक’ करने की वजह से हुआ है। नियमों के अनुसार, नंबरिंग करनी होती है।
बहरहाल, इस मामले में कांग्रेस नेताओं में ही अंदरखाने विवाद छिड़ा हुआ है। कई वरिष्ठ कांग्रेसियों में वाकयुद्ध चल रहा है। ट्वीटर पर भी संग्राम छिड़ा हुआ है। माना जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई से निपटने के बाद ही कांग्रेस नेतृत्व इस मुद्दे पर रिपोर्ट लेगा। हालांकि क्रॉस वोटिंग के मामले में कुलदीप बिश्नोई पर कार्रवाई हो सकती है। उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटाया जा चुका है। अब यह देखना भी रोचक रहेगा कि प्रभारी और प्रधान की रिपोर्ट में किसी विधायक के नाम का खुलासा किया जाता है या नहीं। ऐसा भी हो सकता है कि इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश किसी लेवल पर हो।
बिश्नोई भाजपा के संपर्क में
क्रॉस वोटिंग करने के बाद कुलदीप बिश्नोई भाजपा के संपर्क में हैं। उनकी नेताओं के साथ बैठकें भी हुई हैं। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, कुलदीप के बारे में वह जानें कि वे क्या कह रहे हैं। हमारी उनकी मीटिंग हुई हैं। भाजपा में शामिल होने को लेकर उनके मन में विचार भी हैं, लेकिन वे कब ज्वाइन करेंगे, यह देखने वाली बात है। सीएम ने कहा, कुलदीप बिश्नोई जब भी मुलाकात करना चाहेंगे, उनका स्वागत है।
जल्द सौंपेंगे रिपोर्ट
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने कहा कि केंद्र सरकार ईडी व अन्य संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है। इसी वजह से राज्यसभा चुनाव को लेकर अभी तक रिपोर्ट नहीं दी जा सकती है। इस घटनाक्रम के बाद जल्द ही पूरे मामले की रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को दी जाएगी।