चंडीगढ़, 26 सितंबर (ट्रिन्यू)
केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का विरोध जारी है। 21 सितंबर को प्रदेश भर में जिला स्तर पर प्रदर्शन करने के बाद अब 28 सितंबर को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके साथ ही 2 अक्तूबर को गांधी जयंती पर विधानसभा स्तर पर कांग्रेस प्रदर्शन करेगी और विधेयकों के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी। यही नहीं विधेयकों के खिलाफ 10 अक्तूबर को प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसका अभी स्थान तय नहीं किया गया है।
कांग्रेस की इस रणनीति का खुलासा शनिवार को प्रदेश कार्यालय में प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया। विवेक बंसल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसान, मजदूर व गरीब के दर्द को समझा और उनके हित में नीतियां निर्धारित की हैं। मगर भाजपा किसान को खुले बाजार के नाम पर लूटने का षड्यंत्र रच रही है। भाजपा किसान को पूंजीपतियों का बंधुआ मजदूर बनाना चाहती है। इस अवसर पर पूर्व सीएम एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा एवं राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला भी उपस्थित रहे।
कालाबाजारी को बढ़ावा दे रही भाजपा : सैलजा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कृषि विधेयकों की आड़ में भाजपा कालाबाजारी को बढ़ावा दे रही है। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि है और भाजपा इसी रीढ़ को तोड़ने पर तुली हुई है।
किसानों को नहीं मिल रहा एमएसपी : हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मांग की कि सरकार चौथा बिल लेकर आए, जिसमें एमएसपी लागू किया जाए, जो प्राइवेट खरीदार एमएसपी पर फसल नहीं खरीदेगा, उसे सजा का प्रावधान होना चाहिए।
एमएसपी की गारंटी कानून में दें : सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि भाजपा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को कानून में ला दे ताकि मंडी से बाहर बिकने वाली फसल भी एमएसपी पर बिक सके। कोरोना काल में सरकार ने किसान-मजदूर तथा गरीब व दुकानदार पर हमला बोला है।