देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 28 अप्रैल
फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार घोषित होने के उपरांत रविवार को पहली बार पलवल पहुंचे हरियाणा के पूर्व केबिनेट मंत्री चौधरी महेन्द्र प्रताप सिंह पूरी तरह से पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने खुलकर हुड्डा की तारीफ करते हुए उन्हें हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री भी करार कर दिया। उन्होंने पलवल जिले की जाट लैंड से चुनाव प्रचार की शुरुआत कर जिले के घोडी-चांदहट गांव में लोगों से मुलाकात कर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के उपरांत पहली बार पलवल पहुंचे चौधरी महेन्द्र प्रताप सिंह के प्रति लोगों का उत्साह देखने लायक था। उन्होंने भूपेन्द्र हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान, महेन्द्र प्रताप सिंह व दीपेन्द्र हुड्डा के जयकारों के साथ जहां उनका फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया व पगड़ी पहनाकर अपने खुले समर्थन का भी ऐलान किया।
उन्होंने चांदहट गांव स्थित संत रविदास मंदिर में आयोजित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती समारोह में भी भाग लिया और बाबा साहेब को अपने श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। पूर्व केबिनेट मंत्री चौधरी महेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज प्रदेश में चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के पक्ष में एक तरफा लहर चल रही है। प्रदेश के लोगों का झुकाव दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, इसका असर लोकसभा चुनावों में भी देखने को मिलेगा। हुड्डा के नेतृत्व में फरीदाबाद सहित हरियाणा की सभी दस की दस लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की ऐतिहासिक विजय होगी। हरियाणा के लोग आज फिर से चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार के राज को याद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पलवल को जिला बनाने का श्रेय भी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को ही जाता है।
‘अब मोदी के नाम पर काम चलने वाला नहीं’
कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने भाजपा पर भाई-भतीजावाद और जात-पात व धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब मोदी के नाम पर काम चलने वाला नहीं है। जनता समक्ष चुकी है कि उनका हितैषी कौन है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि अब समय आ गया है कि इन जुमलेबाजों को वोट की चोट से अपनी ताकत का अहसास कराना होगा क्योंकि आज जहां दोनों जिलों में भ्रष्टाचार का बोल-बाला है वहीं किसान, कामगार, व्यापारी, कर्मचारी, युवा, महिला सहित हर वर्ग अपने आप को ठगा-सा महसूस कर रहा है।