चंडीगढ़, 26 अप्रैल (ट्रिन्यू)
कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया में जातिगत व क्षेत्रीय समीकरण साधे हैं। इतना ही नहीं, लोकसभा की सभी सीटों पर कई दौर के सर्वे के बाद प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप दिया गया। सूत्रों का कहना है कि चुनावी रणनीतिकार सुनील कानुगोलू की रिपोर्ट ने प्रत्याशियों के चयन में अहम भूमिका निभाई। सुनील कानुगोलू को यह जिम्मेदारी पार्टी नेतृत्व की ओर से मिली थी। पूर्व में वे भाजपा के लिए भी सर्वे कर चुके हैं। वहीं दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस द्वारा भी अपने स्तर पर सर्वे करवाया गया था। ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर मजबूत चेहरों के नाम पैनल में शामिल किए गए। माना जा रहा है कि इसी वजह से करण सिंह दलाल, कुलदीप शर्मा, बृजेंद्र सिंह व श्रुति चौधरी जैसे दिग्गज चेहरों की टिकट कट गईं। दिल्ली से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी ने राज्य में लोकसभा की दस में से नौ सीटों के लिए पूरा ग्राउंड वर्क करवाया था। कुरुक्षेत्र की सीट इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी के पास है। सर्वे में सिरसा में पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को ही सबसे मजबूत उम्मीदवार माना गया था। इतना ही नहीं, सैलजा अंबाला लोकसभा सीट के लिए भी मजबूत चेहरा थीं। अंबाला में सैलजा के बाद सबसे मजबूत उम्मीदवार मुलाना विधायक वरुण चौधरी को माना गया। सढ़ौरा विधायक रेणु बाला इस रिपोर्ट में दूसरे पायदान पर थीं। इसी तरह से हिसार में जाट चेहरों में 2019 में यहां से सांसद रहे बृजेंद्र सिंह के मुकाबले जयप्रकाश ‘जेपी’ अधिक मजबूत दिखाए गए थे।
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह को मजबूत बताया गया था। रिपोर्ट में पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को भाजपा प्रत्याशी धर्मबीर सिंह के मुकाबले कमजोर उम्मीदवार आंका गया। सोनीपत के लिए चल रहे सभी नामों में सतपाल ब्रह्मचारी का नाम सर्वे रिपोर्ट में सबसे ऊपर था। करनाल संसदीय सीट पर पंजाबी कार्ड के चलते दिव्यांशु बुद्धिराजा का नंबर लगा। बताते हैं कि यहां के सर्वे में वीरेंद्र राठौर और मराठा वीरेंद्र भी मजबूत बताए गए थे। वहीं रोहतक संसदीय सीट पर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा दूसरा कोई नाम नहीं था। फरीदाबाद सीट पर दोनों ही पूर्व मंत्रियों – महेंद्र प्रताप सिंह और करण सिंह दलाल के नाम थे। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में महेंद्र प्रताप को करण सिंह दलाल के मुकाबले अधिक मजबूत बताया गया।
गुरुग्राम से योगेंद्र यादव का नाम !
कांग्रेस दिल्ली से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गुरुग्राम संसदीय क्षेत्र के लिए सोशल वर्कर योगेंद्र यादव का नाम चर्चाओं में है। माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व उनके नाम पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है। इस तरह की भी सूचना है कि राहुल कैम्प की ओर से योगेंद्र यादव का नाम आगे किया गया है।