जींद में कांग्रेस और अनुसूचित जाति लोगों ने किया प्रदर्शन, SC उत्पीड़न का आरोप
सीजेआई बीआर गवई पर एक वकील द्वारा जूता फेंकने के प्रयास, हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूर्ण कुमार के सुसाइड करने से जुड़े मामलों को लेकर शुक्रवार को जींद में कांग्रेस के समर्थन से अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों ने...
सीजेआई बीआर गवई पर एक वकील द्वारा जूता फेंकने के प्रयास, हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूर्ण कुमार के सुसाइड करने से जुड़े मामलों को लेकर शुक्रवार को जींद में कांग्रेस के समर्थन से अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
शुक्रवार को कांग्रेस में अनुसूचित जाति के नेता कमल चौहान तथा जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ऋषिपाल हैबतपुर के नेतृत्व में अनुसूचित जाति वर्ग के लोग रानी तालाब पर जमा हुए। इनमें कांग्रेस कार्यकर्ता भी शामिल थे। रानी तालाब चौक से केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यह लोग गोहाना रोड पर लघु सचिवालय परिसर के सामने पहुंचे।
लघु सचिवालय परिसर के सामने गोहाना रोड पर इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और केंद्र तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । यहां कांग्रेस जिला प्रधान ऋषिपाल हैबतपुर और कांग्रेस नेता कमल चौहान ने कहा कि देश और प्रदेश में अनुसूचित जाति के लोगों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। सीजेआई जैसे सबसे सम्मानित पद पर बैठे गवई पर एक वकील ने जूता फेंकने का प्रयास किया, जो देश के लोकतंत्र, संविधान और न्यायपालिका पर अब तक का सबसे बड़ा हमला है। आज तक केंद्र सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है, क्योंकि सीजेआई अनुसूचित जाति से आते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के एक आईपीएस अधिकारी को भी जातीय उत्पीड़न से तंग आकर सुसाइड करना पड़ा है। इससे साफ है कि बीजेपी राज में अनुसूचित जाति जनजाति पर कितने अत्याचार हो रहे हैं। प्रदर्शन और पुतला दहन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगराधीश को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में अनुसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार रोकने, सीजेआई पर जूता फेंकने का प्रयास करने वाले वकील के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की गई। हरियाणा के आईपीएस अधिकारी के सुसाइड मामले की निष्पक्ष जांच और उनकी मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग की गई। इस मौके पर सुभाष अहलावत, पवन दूहन समेत दूसरे कांग्रेस नेता भी मौजूद रहे।