जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 22 सितंबर
किसानों ने मंडियों में धान लाना शुरू कर दिया है लेकिन आधिकारिक रूप से खरीद को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण किसान और आढ़ती परेशान हैं। ऊपर से मौसम के बिगड़ते मिजाज के चलते दिक्कतें बढ़ गई हैं। हालांकि पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने धान की खरीद 25 सितंबर से शुरू करवाने की बात कही थी लेकिन अभी इस पर अमल हुआ नहीं है। वैसे इस बार किसानों के आए धान के लिए मार्केट कमेटी बाकायदा गेट पास उपलब्ध करवाकर अपने एच रजिस्टर में आवक दर्ज कर रही है। साथ ही आढ़तियों को भी ऐसे धान को सुखाकर बोरियों में भरकर रजिस्टर में दर्ज करने को कहा गया है।
अम्बाला शहर की अनाज मंडी धान से लबालब भरनी प्रारंभ हो चुकी है। भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ग्रुप के जिला प्रधान मलकीयत सिंह का कहना है कि जिन किसानों की फसल पक चुकी है, उन्हें अपनी फसल कटवानी पड़ी है। अनाज मंडी में फसल नहीं बिक रही, इसलिए उन्हें यहां मंडी में ही कई-कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है। सरकार को जल्द धान खरीद शुरू करनी चाहिए। उन्होंने डीसी के माध्यम से सीएम और पीएम को ज्ञापन भेज दिया है जिसमें धान की खरीद 25 सितंबर से प्रारंभ करने की भी मांग है।
नीति ऐसी हो किसान जब चाहें मंडी में ले आएं उपज : आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान दूनीचंद दानीपुर ने कहा कि खरीद जितनी जल्द प्रारंभ हो, उतना सभी के हित में रहेगा। खरीद के लिए कोई शेड्यूल नहीं होना चाहिए। किसान जब चाहें मंडी में अपनी उपज ले आएं। सरकारी धान के उठान की नीति को व्यावहारिक बनाया जाए और राइस मिलर को ही पहले की तरह मंडी से अपने धान को उठाकर लेकर जाने की अनुमति जारी रखी जाए। सीमांत किसानों का रजिस्ट्रेशन भी लगातार होना चाहिए ताकि वे भी आढ़तियों की मदद से हरियाणा की मंडियों में उपज भेज सकें।