भिवानी, 16 मई (हप्र)
झज्जर के गुरुकुल महाविद्यालय में एक अनुसूचित जाति के नाबालिग बच्चे को कथित तौर पर दी गई यातनाओं से भड़की हरियाणा प्रदेश चमार संघर्ष समिति ने आज यहां प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में गुरुकुल के प्रबंधन सम्बंधित शास्त्री व आचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हरियाणा प्रदेश चमार संघर्ष समिति के अध्यक्ष मांगेराम तुंदवाल ने कहा कि 29 अप्रैल को झज्जर के गुरुकुल में अनुसूचित जाति का एक नाबालिग बच्चा, जो 9वीं कक्षा में पढ़ता है, को कमरे में बंद करके उसके साथ मारपीट कर उसके दोनों हाथ तोड़ दिए गए तथा उसे जातिसूचक गालियां भी दी गई। यह कुकृत करने वाले शास्त्री के खिलाफ झज्जर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक आरोपी अध्यापक महाबीर शास्त्री को गिरफ्तार नहीं किया गया है। समिति ने अध्यापक को तुरंत गिरफ्तार करने, जांच पंजाब एवं हरियाणा के सेवानिवृत्त जज व सीबीआई से करवाने, गुरुकुल के सभी विद्यार्थियों का मेडिकल करवाने की मांग की। इस अवसर पर सेवानिवृत्त कस्टम अधिकारी राजेंद्र सिंह, नरेंद्र कांटीवाल, अधिवक्ता परमजीत, रामअवतार संभ्रवाल, अरविंद दहिया, प्रदीप कटारिया, कमलदीप, रविंद्र सरोहा, अशोक रंगा व सुरेश कुमार भी उपस्थित रहे।
गुरुकुल के आचार्य बोले- सभी आरोप निराधार
गुरुकुल के आचार्य विजयपाल ने सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि संबंधित बच्चा चोरी में संलिप्त पाया गया था और उसे थोड़ा बहुत थमकाया गया था व गुरुकुल से निष्कासित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि गुरुकुल की छवि खराब करने के लिए झूठा प्रचार किया जा रहा है।