रेवाड़ी (हप्र) : कोरोनाकाल में नियुक्त हुए कर्मचारियों की एक अप्रैल से सेवाएं समाप्त कर दिए जाने से बेरोजगार हुए युवाओं ने सरकार के इस निर्णय के विरोध में शहर के नागरिक अस्पताल परिसर में धरना दिया है। भीषण गर्मी के चलते मंगलवार को धरने पर बैठी एक महिला कर्मचारी नीलम की तबीयत बिगड़ गई तो उसे अस्ताल में भर्ती कराना पड़ा। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने बुरे वक्त में सरकार का साथ दिया था और अब उसने दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया है। वे इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व उच्चाधिकारियों से भी मिल चुके हैं लेकिन समाधान नहीं हुआ है। जब तक उन्हें काम पर नहीं लिया जाता, उनका धरना जारी रहेगा।