शिकायतें थाने में नहीं रहेंगी लंबित, प्रभारी को देना होगा जवाब
फीडबैक की होगी रिकॉर्डिंग
शिकायत निवारण प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए फीडबैक तंत्र को पहले से ज्यादा मजबूत किया गया है। शिकायतकर्ता से फोन पर लिए जाने वाले फीडबैक की रिकॉर्डिंग की जाएगी और वरिष्ठ अधिकारी समय-समय पर रैंडम जांच करके शिकायतों की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे। यदि कोई शिकायतकर्ता असंतुष्ट है, तो अधिकारियों को उसके कारणों का पता लगाकर सुधार करना अनिवार्य होगा।
टॉप परफॉर्मिंग जिलों को शाबाशी
बैठक में आईजी (कानून एवं व्यवस्था) सिमरदीप सिंह ने फीडबैक सेल की रिपोर्ट पेश की। इसमें डबवाली, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और फतेहाबाद जिलों को टॉप परफॉर्मिंग के रूप में नामित किया गया। इन जिलों में थाना प्रभारियों ने अधिकांश शिकायतें स्वयं हल की, जिससे जनता में संतुष्टि दर बढ़ी। डीजीपी ने इन जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बधाई दी और अन्य जिलों को सुधार के निर्देश दिए। डीजीपी ने फीडबैक सेल में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया। अब पुलिसकर्मी शिकायतकर्ता से बातचीत में अधिक संवेदनशील और सम्मानजनक होंगे। उन्होंने कहा कि इस कदम से जनता को भरोसा होगा कि उनकी शिकायत गंभीरता से ली जा रही है और शीघ्र समाधान मिलेगा।