चंडीगढ़, 25 अगस्त (ट्रिन्यू)
सीएम मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी भूपेश्वर दयाल का कहना है कि प्रदेश में लोगों की समस्याओं के लिए शुरू की गई सीएम विंडो कारगार सिद्ध हो रही है। एक ओर जहां लोग अब चंडीगढ़ आने की बजाय अपने जिलों से ही सीएम के पास सीधी शिकायतें पहुंचा रहे हैं। यहां तक की शिकायतकर्ता को मोबाइल पर उसकी शिकायत की सुनवाई किस स्तर पर है, की सूचना भी दी जाती है।
दयाल ने बुधवार को चंडीगढ़ में फरुर्खनगर के वार्ड-7 में रहने वाले दुलीचंद के परिवार से जुड़ी एक शिकायत सांझा की। दुलीचंद ने सीएम विंडो में दी शिकायत में बताया कि 26 सितंबर, 1996 को हरियाणा परिवहन की बस से हुई दुर्घटना में उसके जीजा देशराज की मौत हो गई थी। एनओसी कटवाने के बाद भी 25 वर्षों तक उनका मृत्यु प्रमाण-पत्र प्राप्त नहीं हुआ। भूपेश्वर दयाल ने बताया कि प्रार्थी की शिकायत सीएम विंडो पर पहली अप्रैल को अपलोड की गई थी। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए इस संदर्भ में गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल को सूचित किया गया। अस्पताल के अधिकारियों तथा नगर निगम के अधिकारियों ने वर्ष 1996 का रिकार्ड खंगाला और प्रार्थी को 16 अगस्त को मृतक देशराज का मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी किया।