कैथल, 2 जून (हप्र)
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा कैथल डिपो के बैनर तले दूसरे दिन बस स्टैंड पर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत मोर्चे के वरिष्ठ सदस्य कृष्ण किछाना, जसवीर सिंह, डिपो प्रधान महावीर संधु, रणबीर बालु, शमशेर सिरटा, अभिषेक शर्मा ने की। हस्ताक्षर अभियान 3 जून तक चलेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार लंबे समय से रोडवेज विभाग में नई बसें शामिल करने के लिए अखबारों के माध्यम से बार-बार बयान दे रही है कि प्रदेश सरकार 1000 नयी बसें खरीदेगी, लेकिन धरातल पर सच्चाई यह है कि सरकार नई बसें नहीं खरीद रही है।
विभाग में 2014 में 4250 बसे थीं और 2022 में 2500 बस रह गई हैं। जो बसें वर्तमान में चल रही हैं, इनमें से अधिकतर बसें एक्सटेंशन पर चल रही हैं। मोर्चा के आह्वान पर प्रदेश भर के सभी डिपो पर दूसरे दिन हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। बलवान कुंडू, रामफल शिमला, रामफल सिरटा, दिलबाग खरक ने संयुक्त रूप से बताया कि रोडवेज की एक सरकारी बस सरकार के राजस्व में एक महीने में 70000 रुपए टैक्स के रूप में देती है, दूसरी ओर प्राइवेट बस एक महीने में लगभग 14000 रुपए देती है।
रोडवेज विभाग में कर्मचारियों की संख्या भी लगातार घट रही हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार रोडवेज विभाग में पक्की भर्ती करके बेरोजगार युवकों को रोजगार दे। हरियाणा रोजगार कौशल विभाग को बंद किया जाए क्योंकि इस विभाग के अधीन कर्मचारी भविष्य में पक्के नहीं हो सकते और इन कर्मचारियों का शोषण भी होगा। साझा मोर्चा सरकार से मांग करता है कि जनता का हित व बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ के नारे को साकार करने के लिए सरकारी बसों के बेड़े को बढ़ाया जाए, जिससे सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। प्रत्येक गांव में सरकारी बसें लगाई जाएं ताकि ग्रामीण आंचल में रहने वाले कर्मचारी मजदूर, छात्र, छात्राओं को सस्ती, सुरक्षित परिवहन सेवा मिल सके। इस मौके पर राजू नेपेवाला, नसीब सिंह, प्रवीण कुमार, सुशील कुमार, अमित कुमार, सतीश कुमार, शिशपाल रमाना आदि कर्मचारियों ने भाग लिया।