सफीदों (निस) : खेतों में कंबाइन हार्वेस्टर जैसी मशीनों को देख पहली नजर में ही मशीन के मालिकों की स्थिति खुशहाल लगती है लेकिन खुद कंबाइन हार्वेस्टर मशीनों के मालिकों ने इसे, कम से कम गेहूं के सीजन में घाटे का धंधा बताया है। गेहूं फसलों की कटाई का सीजन जोर पकड़ने लगा है जिसमें बड़ी संख्या में पंजाब प्रदेश से कंबाइन हार्वेस्टर मशीन यहां पहले की तरह लाई गई हैं। पंजाब से आए इस धंधे के लोगों का कहना है कि एक तो बेरोजगारी के कारण पंजाब में ये मशीनें ज्यादा हो गई हैं, हरियाणा में भी इस सीजन में ज्यादा खरीदी गई हैं। कहा जा रहा है कि सीजन मात्र करीब दस दिन का है और मशीनें ज्यादा होने से काम बंट गया है। इस तरह बाहर से आई मशीनों का खर्च भी पूरा होने की उम्मीद नहीं। इसी कारण यहां आस-पास के इलाकों में गेहूं की फसल को कंबाइन हार्वेस्टर से काटने का किराया पिछले वर्ष के औसतन 1800 रुपए प्रति एकड़ से घटकर इस वर्ष 1500 रुपये हो गया है। कई जगह यह 1200 रुपये तक है।