चंडीगढ़, 10 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
देश के विभिन्न राज्यों में जहां कोयले के संकट से बिजली आपूर्ति प्रभावित हो रही है, वहीं हरियाणा में अभी हालात सामान्य हैं। हरियाणा के थर्मल प्लांटों में औसतन 3 से 4 दिन का कोयला उपलब्ध है। प्रदेश सरकार को आने वाले दिनों में विभिन्न एजंसियों के माध्यम से कोयला आपूर्ति होने की उम्मीद है।
हरियाणा ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास के अनुसार अगस्त व सितंबर माह के दौरान बारिश के चलते हर साल कोयले की आपूर्ति बाधित हो जाती है। जिन राज्यों से कोयला आता है, वहां बारिश के कारण जलभराव, कोयले की खदानों में पानी भरने और रेलवे ट्रैक खराब होने की दिक्कत आती है। इस साल अक्तूबर में भी बारिशें हुई है, जिसके चलते कोयले की आपूर्ति बाधित हो रही है। उन्होंने बताया कि आपात स्थिति को देखते हुए कोयला स्टॉक में भी रखा जाता है। नियमानुसार किसी भी थर्मल प्लांट में एक माह का कोयला पहले से तैयार होना चाहिए, लेकिन हरियाणा में सामान्य 15 दिन का स्टॉक रखा जाता है। उन्होंने बताया कि तकनीकी समस्या के चलते हिसार व यमुनानगर में एक-एक प्लांट बंद है। इसके बावजूद प्रदेश में स्थिति सामान्य बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में हरियाणा में जहां रोजाना 24 करोड़ यूनिट बिजली की खप्त होती है, वहीं वर्तमान में रोजाना औसतन 16 करोड़ यूनिट की मांग है। यह मांग इस माह स्थिर रहेगी। अगले महीने में ठंड बढ़ने के कारण बिजली के उपकरण चलेंगे तो खपत बढ़ सकती है। उन्होंने बताया कि जिन राज्यों से कोयले की आपूर्ति होती है, उन राज्यों से लगातार बातचीत की जा रही है। कोयले की खदानों में जहां पानी भरा हुआ है, वह अब सामान्य हो चुकी है। दोबारा काम शुरू हो गया है। इसके अलावा कोयले की खदानों के रेलवे ट्रैक की भी मरम्मत हो चुकी है। उम्मीद है कि आने वाले एक-दो दिनों में हरियाणा को मांग के अनुसार कोयला सुचारू रूप से मिलेगा।
यह है थर्मल प्लांटों की स्थिति
हरियाणा के यमुनानगर थर्मल प्लांट का एक यूनिट करीब दो सप्ताह से बंद है। यहां अभी 2 से ढाई दिन का कोयला बचा हुआ है और आपात स्थिति में 6 से 8 घंटे प्लांट को चलाया जा सकता है। हिसार के खेदड़ थर्मल प्लांट 1200 मैगावाट की 2 यूनिट हैं। इनमें से एक यूनिट लंबे समय से बंद है। दूसरी यूनिट को चलाने के लिए 6 से 7 दिन का स्टॉक मौजूद है। पानीपत यूनिट से 373 मैगावाट बिजली पैदा होती है। यहां एक सप्ताह का कोयला उपलब्ध है। झज्जर के झाड़ली प्लांट में अभी 2 से 3 दिन का कोयला उपलब्ध है।