चंडीगढ़, 3 जुलाई (ट्रिन्यू)
कोरोना के चलते हरियाणा में इस साल भी बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा। सीबीएसई के बाद हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 12वीं के विद्यार्थियों को पास करने का फार्मूला तैयार करके हरियाणा सरकार को भेज दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को बोर्ड के इस प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। जिसके बाद सोमवार को शिक्षा बोर्ड द्वारा 12वीं के परीक्षा परिणाम की तैयारी की जाएगी। माना जा रहा है कि जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा बोर्ड के जिस प्रस्ताव पर मोहर लगाई है, उसके अनुसार आंतरिक मूल्यांकन और प्रैक्िटकल परीक्षा के अंकों को आधार बनाया जाएगा। प्रदेश में पिछले एक साल से शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए हैं। जिसके चलते पिछले साल की तरह इस साल भी विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा। हरियाणा में 12वीं कक्षाओं के लिए सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां प्रश्न पत्र तो तैयार हो चुके थे लेकिन कोरोना के चलते परीक्षाएं नहीं हो सकी थी। यही स्थिति ग्यारहवीं कक्षा की रही है। ग्यारहवीं कक्षा के प्रश्न पत्र तो मुहैया करवाए जा चुके थे लेकिन इम्तिहान नहीं हो पाए थे। इसी कारण ग्यारहवीं के दस प्रतिशत अंक जोड़े जाएंगे। ऐसे में बोर्ड द्वारा दसवीं के 30, ग्यारहवीं के 10 तथा 12वीं के 60 अंकों को आधार बनाकर विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा। बोर्ड द्वारा प्रयोगिक परीक्षाओं के अंक मंगवाए जा चुके हैं।
कैसे दिए जाएंगे अंक : हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा सरकार के भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि यदि सेकेंडरी, ग्यारहवीं तथा सीनियर सेकेंडरी के एक या तीनों परीक्षाओं के परिणाम की संख्याओं में दशमलव आती है तो उस स्थिति में अंकों का जोड़ दशमलव के बिना ही किया जाएगा। यानी किसी विद्यार्थी के दसवीं के अंक 15.6, 11वीं के 8.4 तथा 12वीं के 10.7 हैं तो जोड़ करते समय 15, 8 तथा 10 को ही जोड़कर परिणाम तैयार किया जाएगा। बोर्ड द्वारा तैयार किए गए फार्मूले में कहा गया है कि यदि कोई विद्यार्थी सेकेंडरी तथा सीनियर सेकेंडरी की प्रैक्िटकल परीक्षा के किसी एक विषय में अनुपस्थित रहता है या उसके अंक स्कूल द्वारा नहीं भेजे जाते हैं तो उसे न्यूनतम 33 अंक दिए जाएंगे। इसके उलट अगर विद्यार्थी किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं होता है और स्कूल द्वारा उसके किसी भी विषय के मूल्यांकन नहीं भेजे जाते हैं तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा। जिन विद्यार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन के अंक छह या उससे कम दिए गए हैं तो उस स्थिति में भी परीक्षार्थी के न्यूनतम उत्तीर्ण 33 प्रतिशत अंक उस विषय में माने जाएंगे। पिछले साल जिन विद्यार्थियों की किसी विषय में कंपार्टमेंट आ गई थी और उन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। ऐसे विद्यार्थियों को छूट प्रदान कर दी गई है।
अंक सुधार के लिए देनी होगी परीक्षा
बोर्ड ने साफ कर दिया है कि जिन परीक्षार्थियों द्वारा अतिरिक्त विषय, अंक सुधार के तहत परीक्षा दी जानी थी उनका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा। ऐसे परीक्षार्थियों की जब भी परीक्षा के अनुकूल हालात होंगे तब अथवा 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए संबंधित परीक्षार्थी द्वारा पहले से जमा करवाए गए आवेदन पत्र एवं फीस मान्य होगी। ऐसी श्रेणी वाले विद्यार्थियों को इस परिणाम में प्रमोट नहीं किया जाएगा।
नहीं जारी होगी मेरिट सूची
हरियाणा सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि 12वीं कक्षा के जिन विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा उनकी मेरिट सूची घोषित नहीं की जाएगी। केवल परिणाम जारी किया जाएगा। जो विद्यार्थी इस परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे और वह मेरिट सूची जारी करवाने के इच्छुक होंगे उन्हें 16 अगस्त से 15 सितंबर तक पहले से जमा करवाई फीस और पहले से किए गए आवेदन के आधार पर परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा। इसके लिए कोई नया आवेदन जरूरी नहीं है। परिणाम घोषित होने के बाद सभी विद्यालयों को परिणाम शीट मुहैया करवाई जाएगी।