CM Saini Meeting : विकास कार्यों के टेंडर जारी होते ही सरपंचों पर जाएगा MSM, 1000 से अधिक आबादी वाले सभी गांवों की फिरनियां पक्की करने का फैसला
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में दिए ग्रामीण विकास की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश
CM Saini Meeting : हरियाणा के ग्रामीण विकास मॉडल को और पारदर्शी बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बड़ा कदम उठाया है। अब किसी भी विभाग की ओर से एचईडब्ल्यू पोर्टल पर विकास कार्यों का टेंडर जारी होते ही संबंधित गांव के सरपंच के मोबाइल पर एसएमएस अलर्ट पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि जानकारी छुपाने या देर करने की गुंजाइश अब बिल्कुल नहीं, सरपंचों और जनता दोनों को पता होना चाहिए कि उनके गांव में कौन-सा काम कब व कैसे शुरू हो रहा है।
यहां विकास एवं पंचायत विभाग की बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने टेंडरिंग प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने अधिकारियों को ताकीद की कि विकास में देरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई तय है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि सभी विकास परियोजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग अनिवार्य है। पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसहभागिता को आधार बनाकर कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, वित्त विभाग के आयुक्त एवं सचिव मोहम्मद साइन, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ़ साकेत कुमार, विकास एवं पंचायत विभाग के निदेशक अनीश यादव, ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक राहुल नरवाल, सीएम के ओएसडी वीरेंद्र सिंह बढ़खालसा व राज नेहरू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
गांवों में कच्ची फिरनियों का दौर खत्म
ग्रामीण सड़क ढांचे को मजबूत करने का खाका भी सामने आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि 1000 से अधिक आबादी वाले सभी गांवों की कच्ची फिरनियां पक्की होंगी। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 639 फिरनियां पक्की की जा चुकी हैं और 303 कार्य प्रगति पर हैं। मुख्यमंत्री ने काम में और तेजी लाने को कहा ताकि गांवों में आवागमन की दिक्कत पूरी तरह खत्म की जा सके।
गांवों में बनेंगी महिला चौपाल
मुख्यमंत्री ने बताया कि महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए हर गांव में ‘महिला चौपाल’ का निर्माण किया जा रहा है। पहले चरण के तहत चिह्नित 754 गांवों में से 480 चौपालें तैयार हैं, जबकि 274 निर्माणाधीन हैं। उन्होंने कहा कि इन चौपालों के चलते ग्रामीण महिलाओं को बैठकों, कार्यक्रमों और गतिविधियों के लिए अपना सुरक्षित व सुविधाजनक स्थान मिलेगा।
ई-पुस्तकालय और जिम में आएगी तेजी
बैठक में बताया गया कि पहले चरण में 994 ई-पुस्तकालयों का नवीनीकरण और फर्नीचर लगाया जा चुका है। जल्द ही इन पुस्तकालयों में पुस्तकें और कंप्यूटर भी उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही ग्रामीण खेल और फिटनेस ढांचे को मजबूत करने के लिए 415 इनडोर जिम स्थापित किए जा चुके हैं। अनुसूचित जाति समुदाय के लिए हर जिले में बन रहे सामुदायिक हॉलों की प्रगति भी सामने लाई गई है। 366 में से 202 हॉल तैयार हो चुके हैं, जबकि 140 अब भी निर्माणाधीन हैं।

