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कागजों में सफाई, अपने खातों में रकम डलवाई

कैथल : कोविड काल में घोटाला, तीन अफसर और चार ठेकेदार गिरफ्तार
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मंगलवार को कैथल विजिलेंस टीम द्वारा पकड़े गए आरोपी। -हप्र
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ललित शर्मा/हप्र

कैथल, 28 मई

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कोविड काल में जहां चारों ओर हाहाकार मचा हुआ था, फ्रंट लाइन वर्कर्स जी-जान से लगे हुए थे, वहीं कई अफसर और ठेकेदार घोटाले में व्यस्त थे। फिलहाल हरियाणा के कैथल में कुछ ‘घोटालेबाजों’ की गिरफ्तारी हुई है। संभव है कि कुछ और धरपकड़ हो। मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एबीसी) ने कैथल के विधायक लीलाराम की शिकायत पर कार्रवाई की। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें तत्कालीन पंचायती राज के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत के अलावा ठेकेदार दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल शामिल हैं। इन सभी को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना काल (2020-21) के दौरान कैथल जिला परिषद में 16 करोड़ 31 लाख रुपए की ग्रांट आई थी। इनमें से 10 करोड़ रुपए सफाई के लिए खर्च किए जाने थे। तत्कालीन एसडीओ, जेई एवं ठेकेदारों ने मिलकर सिर्फ तीन करोड़ का काम करवाया। सात करोड़ रुपये आरोपियों ने फर्जीवाड़े से अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए थे।

चार साल से 10 टीमें कर रही थीं जांच : करीब चार साल से एसीबी की 10 टीमें जांच में जुटी थीं। जांच टीम में नौ इंस्पेक्टर सहित दो डीएसपी शामिल रहे। एसीबी के डीजीपी अभिताभ ढिल्लों व अंबाला के एसपी कुशल के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई है। डीएसपी पवन और ओमप्रकाश भी टीम का हिस्सा रहे। एबीसी ने सफाई घोटाले में 27 मई को आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी व भ्रष्टाचार अधिनियम 13 ए 13 वन बी व 13(2) के तहत एफआईआर दर्ज की है।

एसडीओ ने 78 लाख, जेई ने लिए 26 लाख

एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि जिला परिषद के पूर्व डिप्टी सीईओ जसविंद्र मुख्य आरोपी हैं। इन आरोपियों ने फर्जी बिल बनाकर राशि पास करवाई। बाद में काम करवाए बगैर धनराशि अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। जांच के मुताबिक तत्कालीन एक्सईएन और एसडीओ रहे नवीन के खाते में 78 लाख रुपए, जेई जसबीर के खाते में 26 लाख 89 हजार रुपए, ठेकेदार दिलबाग ढुल खाते में एक करोड़ 62 लाख रुपए, अभय सिंधु के खाते में 47 लाख रुपए, अनिल गर्ग के खाते में 67 लाख रुपए व राजेश गर्ग के खाते में 41 लाख रुपए डाले गए।

बख्शे नहीं जाएंगे भ्रष्ट अधिकारी : विधायक लीलाराम

कैथल के विधायक लीलाराम ने कहा है कि उन्होंने मुद्दा उठाया था। एंटी करप्शन ब्यूरो ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ जो कार्रवाई की है वह बिल्कुल दुरुस्त है। सरकार किसी भी भ्रष्टाचारी को नहीं बख्शेगी। इन्होंने जनता के खून पसीने की कमाई को लूटा है। उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कार्रवाई संतोषजनक है। गबन किए गए रुपयों की वसूली भी होनी चाहिए।

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