हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 31 जुलाई
भगवान परशुराम आश्रम में रविवार को मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में रोहतक से भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा व बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स के बीच तकरार हो गई। मामला इस कदर बढ़ा कि दोनों नेताओं के समर्थकों में भी नोकझोक हो गई। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे, वहीं सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने अध्यक्षता की। मंच पर जब परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा भाषण दे रहे थे, तभी सांसद अरविंद शर्मा व विधायक कुलदीप वत्स के बीच किसी बात को लेकर तकरार हो गई। इस दौरान मंच पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सुरक्षाकर्मियों व कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। इसके बाद विधायक कुलदीप वत्स मंच से नीचे उतर आए और कार्यक्रम के आखिर तक मंच से नीचे ही बैठे रहे। बताया गया कि कुलदीप वत्स ने अपने संबोधन के दौरान सांसद अरविंद शर्मा के संबंध में कोई टिप्पणी कर दी थी, इसको लेकर सांसद नाराज हो गए। कुलदीप वत्स जब संबोधन खत्म करने के बाद वापस डॉ. अरविंद शर्मा के पास बैठे तो उनके बीच कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ा कि दोनों के समर्थक भी इस पूरे नोकझोक के घटनाक्रम में कूद गए और मंच पर हंगामा शुरू हो गया।
विधायक कुलदीप वत्स ने आरोप लगाया कि यह समाज का कार्यक्रम था, और उन्होंने दोहली व ईबीपीजी यानी ब्राह्मणों को आरक्षण की बात कही थी, जो सांसद अरविंद शर्मा को बुरी लगी और उन्होंने बैठते ही उन्हें धमकी दी। वत्स ने आरोप लगाया कि सांसद अरविंद शर्मा ही नहीं उनके समर्थकों ने भी उन्हें धमकी दी और स्टेज पर न चढ़ने देने की बात कही। वत्स ने आरोप लगाया कि पहरावर वाली जमीन से लेकर आज हुए कार्यक्रम तक सारा मामला प्रायोजित है। सांसद राजनीति के चक्कर में कुछ लोगों के साथ मिलकर पूरे समाज को धोखा दे रहे हैं।
कांग्रेस विधायक ने दिया राजनीतिक रंग : सांसद
सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स के आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह एक समाज का कार्यक्रम था और कुलदीप वत्स ने इस कार्यक्रम को राजनीतिक रंग दे दिया। उन्होंने कहा कि मंच से जिस तरह की बात विधायक कुलदीप वत्स कर रहे थे उससे पंडाल में बैठे सभी दुखी थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं न कहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा ने ही विधायक कुलदीप वत्स को इस कार्यक्रम को खराब करने के लिए भेजा था।