चंडीगढ़, 28 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा के स्कूली विद्यार्थियों को अब प्रदेश के उन खिलाड़ियों के संघर्ष और बुलंदियों की कहानी जानने और समझने का मौका मिलेगा, जिन्होंने ओलंपिक खेलों में पदक हासिल किए हैं। ओलंपिक पदक विजेताओं की कहानी को सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी में है। शिक्षा विभाग इसके लिए तैयारियों में जुटा है। दूसरी ओर, सरकार ने स्कूलों में ही बच्चों को खिलाड़ी बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत, पीटीआई यानी फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर और डीपीआई डेमोस्ट्रेटर ऑफ फिजिकल एजुकेशन की जिम्मेदारी तय की है। उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों के शारीरिक विकास पर फोकस करें। सरकार ने विभाग को भी निर्देश दिए हैं कि भविष्य में डीपीआई और पीटीआई की मिड-डे-मील में ड्यूटी न लगाई जाए। पीटीआई और डीपीआई को निर्देश दिए हैं कि वे लोकप्रिय खेलों के हिसाब से स्कूल स्तर पर कम से कम दो टीमें तैयार करें। भविष्य में स्कूलों की इन टीमों के स्कूल, ब्लाॅक, उपमंडल, जिला व प्रदेश स्तर पर मुकाबले भी होंगे। शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।