चरखी दादरी (निस) :
‘खुशियों की दीवार’ पर पहुंचे गांव बाल रोड निवासी व पूर्व बैंक डायरेक्टर सुचेत राव ने गरीब बच्चों को फ्री में देने के लिए 5 हजार से भी अधिक पुस्तकें भेंट की गई। इनमें पहली से लेकर बारहवीं कक्षा तक की पुस्तकें शामिल हैं। सुचेत राव ने कहा कि ‘खुशियों की दीवार’ बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही है। प्रत्येक बच्चे का शिक्षित होना आवश्यक है। इसी लक्ष्य को लेकर उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षा का छोटा सा उपहार भेंट किया है। उन्होंने संजय रामफल द्वारा शुरू की गई इस मुहिम की तारीफ की और कहा कि हर युवा को ऐसे आगे आकर एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए। संजय रामफल ने कहा कि जो भी छात्र-छात्राएं पुस्तकें खरीदने में असमर्थ हैं वे खुशियों की दीवार पर शाम पांच से छ: बजे तक निशुल्क पुस्तकें प्राप्त कर सकते हैं।