फरीदाबाद, 6 अगस्त (हप्र)
एनजीओ संचालिका द्वारा 15 दिन की बच्ची को बेचने की कोशिश के मामले में क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 प्रभारी ब्रह्मप्रकाश ने बच्ची की मां वंदना को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया। वंदना ने बताया कि एनजीओ संचालिका हिना ने उसे बेहतर पालन-पोषण का वादा कर उससे बच्ची ली थी। उसे नहीं मालूम था कि वह बच्ची को बेचने वाली है।
बाल कल्याण समिति की तीन सदस्यीय समिति ने वंदना की काउंसलिग की। उसने समिति से कहा कि वह बच्ची को अपने पास रखना चाहती है। सीडब्ल्यूसी ने उससे शपथपत्र भी लिया है कि वह बच्ची की उचित देखभाल करेगी। हर 15 दिन में उसे बच्ची को सीडब्ल्यूसी के कार्यालय लाना होगा। उसने आर्थिक सहायता के लिए सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन श्रीपाल करहाना को प्रार्थना पत्र भी दिया। अब बच्ची के पालन-पोषण में सीडब्ल्यूसी उसकी मदद करेगी।
चेयरमैन श्रीपाल करहाना ने वंदना से कहा कि वह सीडब्ल्यूसी के चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूट में अपनी दोनों बड़ी बेटियों की पढ़ाई नि:शुल्क करा सकती हैं। जांच अधिकारी ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि वंदना ने बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, उसके लगे टीके की पर्ची और प्रसव कराने वाली आंगनबाड़ी नर्स पेश की। इनके आधार पर अब सीडब्ल्यूसी के माध्यम से रविवार को बच्ची उसे सौंप दी जाएगी।
बता दें कि पर्वतीय कालोनी निवासी एनजीओ संचालिका हिना माथुर ने अपने वाट्सएप पर बच्ची को बेचने का स्टेट्स लगाया था। यह स्टेट्स सीएम फ्लाइंग के पास पहुंचा। सीएम फ्लाइंग ने मंगलवार को एक पुलिसकर्मी को हिना माथुर के पास भेजा। उसने बच्ची लेने की इच्छा जाहिर की। हिना एक लाख रुपये में बच्ची बेचने को तैयार हो गई। इसके बाद सीएम फ्लाइंग ने उसे रुपये लेते हुए पकड़ लिया।