चंडीगढ़, 15 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार द्वारा सभी जिलों में नियुक्त किए गए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों की नियुक्ति पर सदन में विपक्ष ने सीएम को घेरा। इसकी शुरुआत भी सीएम के बयान के बाद ही शुरू हुई। दरअसल, राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बेरी विधायक डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान ने एक जिले में डीसी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
मंगलवार को रजिस्टि्रयों में धांधली और भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब देते हुए सीएम ने डॉ़ कादियान को घेरते हुए कहा कि वे उस जिले के अधिकारी का नाम बताएं, ताकि सरकार जांच करवाए। जवाबी हमले में डॉ़ कादियान ने कहा, मैं सभी 22 जिलों के सुशासन सहयोगियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाता हूं। उस जिले का नाम भी बता दूंगा, बशर्ते सीएम सीबीआई से जांच कराएं।
डॉ़ कादियान ने सुशासन सहयोगियों की नियुक्ति को संविधान के खिलाफ बताया। आईएएस अफसरों के ऊपर इस तरह के लोगों को बैठाने पर नाराज़गी जताते हुए उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री को इसकी जांच करवानी चाहिए। वहीं पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने कहा, डीसी ही नहीं, मंत्रियों व मुख्यमंत्री तक के कार्यालय और घरों में संघ के लोगों को बैठाया हुआ है। विपक्ष पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, पहले डॉ़ कादियान एक जिले का नाम बता दें। उसकी जांच करवाई जाएगी। अगर जरूरत हुई तो सभी 22 जिलों की जांच होगी। उन्होंने कहा, ‘बेशक, इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन मैं किसे अपना सलाहकार रखूंगा, इसके लिए मुझे किसी से पूछने की जरूरत नहीं है। मैं प्रदेश के किसी भी व्यक्ति से सलाह ले सकता हूं। सुशासन सहयोगियों को सरकारी खजाने से तनख्वाह नहीं दी जा रही। अगर कोई डीसी यह कहें कि सुशासन सहयोगी उन पर दबाव बना रहे हैं तो मैं कार्रवाई करूंगा’।