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छछरौली में अवैध कब्जों से हाल बेहाल, जनता परेशान

छछरौली की मुख्य सड़कों पर इन दिनों अवैध कब्जों का बोलबाला है। तिकोना चौक से लेकर राजा रवि शेर सिंह द्वार, चौक नंबर एक, बस स्टैंड और सिविल अस्पताल के दोनों तरफ दुकानदारों व रेहड़ी-फड़ी वालों ने पूरी तरह...
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छछरौली के मुख्य बाज़ार में अवैध कब्जे से बिगड़े हालात।-निस
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छछरौली की मुख्य सड़कों पर इन दिनों अवैध कब्जों का बोलबाला है। तिकोना चौक से लेकर राजा रवि शेर सिंह द्वार, चौक नंबर एक, बस स्टैंड और सिविल अस्पताल के दोनों तरफ दुकानदारों व रेहड़ी-फड़ी वालों ने पूरी तरह से सड़क पर कब्जा जमा रखा है। यह हालात सिर्फ आमजन की परेशानी नहीं बढ़ा रहे, बल्कि सरकारी विभागों की लापरवाही और आपसी तालमेल की कमी को भी उजागर कर रहे हैं। समाजसेवी गुलजार अहमद, भूपेंद्र सिंह हरिंदर, संदीप कुमार डब्बू ने बताया कि सड़क पर जगह-जगह खड़े खोखे, ठेले और रेहड़ियां लोगों की आवाजाही में बाधा बन रहे हैं। कस्बे की मुख्य सड़कें पहले ही संकरी हैं और ऊपर से इन अवैध कब्जों ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। सिविल अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को तो सबसे ज्यादा परेशानी होती है। कई बार एंबुलेंस तक को यहां से निकलने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सड़क के दोनों तरफ बने नाले पूरी तरह से ब्लॉक पड़े हैं। दुकानदारों और रेहड़ी वालों ने नालों पर पक्के या अस्थायी ढांचे खड़े कर दिए हैं। नालों की सफाई न होने से पानी की निकासी बंद हो गई है, जिससे बरसात के दिनों में सड़कें जलमग्न हो जाती हैं।

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जब नालों की सफाई की बात उठती है तो पीडब्ल्यूडी और पंचायत विभाग आपसी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। पीडब्ल्यूडी का कहना है कि पंचायत इसकी जिम्मेदार है, वहीं पंचायत विभाग इसे पीडब्ल्यूडी के खाते में डाल देता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को तुरंत अवैध कब्जों को हटाने के लिए अभियान चलाना चाहिए। नालों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए और वन विभाग को पौधारोपण करवाने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए ।

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