नारनौंद, 27 मार्च (निस)
भारतीय किसान मजदूर यूनियन के बैनर तले किसान नेता धर्मपाल बड़ाला ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने बास तहसील के किसानों के साथ धोखा किया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बास तहसील के किसानों ने 2021 में अपनी फसलों का बीमा करवाया था लेकिन कृषि विभाग, राजस्व विभाग और बैंक के कर्मचारियों ने मिलीभगत कर मुआवजा राशि नहीं दी। अधिकारियों ने पोर्टल पर फसलों का खराबा नहीं चढ़ाया। इस मामले को लेकर किसान दो बार जिला उपायुक्त से भी मिले थे लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। इस कारण किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
बास क्षेत्र में 60 एकड़ गेहूं की फसल में 2022 में आग लग गई थी और सभी कागजात पूरे कर जिला उपायुक्त को भेज दिए गए थे वहां से राशि भी जारी कर दी गई थी लेकिन नारनौंद एसडीएम कार्यालय ने यह राशि किसानों को जारी नहीं की। इसको लेकर किसान आज भी एसडीएम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। किसान व मजदूरों से किए वादे भारतीय जनता पार्टी ने आज तक पूरे नहीं किए जिसको लेकर किसान व मजदूरों में रोष बना हुआ है। भारतीय किसान मजदूर यूनियन ने फैसला लिया है कि भारतीय जनता पार्टी का जो भी प्रत्याशी गांव में वोट मांगने के लिए आएगा तो उसका विरोध किया जाएगा। इस अवसर पर किसान नेता सुरेश कोथ, संदीप कुमार, मुकेश लोहान, अनिल, जयकुमार इत्यादि विशेष तौर पर मौजूद थे।