पानीपत, 13 अगस्त (निस)
पानीपत के राज नगर निवासी सीएचसी संचालक ने बुधवार को दिल्ली पैरलल नहर में कूदकर अपनी जान दे दी। वहीं नहर में कूदने से पहले युवक ने अपने पिता के फोन पर सुसाइड नोट लिखकर भेजा और उसमें युवक ने अपनी मौत का जिम्मेवार अपनी पत्नी पूनम, साला प्रदीप व सास व ससुर को बताया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि वह उनसे परेशान होकर आत्महत्या करने के लिये मजबूर है।
नहर में लापता हुए महाबीर शर्मा का शव शुक्रवार की अल सुबह बिंझौल झाल के पास से बरामद हुआ है। वहीं शुक्रवार को सिविल अस्पताल में मृतक महाबीर शर्मा का पोस्टमार्टम करवाने आये परिजनों व राज नगर वासियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अस्पताल के सामने ही जीटी रोड पर जाम लगा दिया। जाम को खुलवाने के लिये थाना ओल्ड इंडस्ट्रियल प्रभारी इंस्पेक्टर कमलजीत व थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार मौके पर पहुंचे पर परिजनों ने पहले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। उसके उपरांत डीएसपी संदीप कुमार पहुंचे और आश्वासन दिया कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसको बख्शा नहीं जाएगा।
डीसपी संदीप के आश्वासन के बाद जीटी रोड से जाम खोला गया। सिविल अस्पताल में आये परिजनों ने बताया कि गांव सालवान निवासी 36 वर्षीय महाबीर शर्मा यहां पर राजनगर में रहकर किशनपुरा के खन्ना रोड पर सीएचसी चलाता था।
उसकी शादी 2003 में गांव किवाना निवासी पूनम के साथ हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं। पिछले कुछ वर्ष से पति व पत्नी के बीच अनबन चल रही थी। महाबीर का ससुराल पक्ष उस पर आधा मकान अपनी पत्नी पूनम के नाम करवाने का दबाव बना रहा था। इसके चलते पूनम करीब डेढ़ साल से अपने मायके में रह रही है।