पलवल, 20 जुलाई (हप्र)
विजिलेंस की टीम ने रजिस्ट्री कराने के लिए तहसीलदार के नाम पर 10 हजार रूपये लेते एक सीएचसी संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी एक व्यक्ति से प्लाट की रजिस्ट्री कराने के लिए तहसीलदार
को देने के लिए 10 हजार रुपए की मांग कर रहा था जो आज विजिलेंस ने धर दबोचा। यह सारी कार्यवाही ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार पलवल जीवनलाल की देखरेख में की गयी। विजिलेंस के इंस्पेक्टर सोरन लाल के अनुसार ककराली गांव निवासी सुनील को हथीन में एक प्लाट की रजिस्ट्री करानी थी।
उसे पता चला कि हथीन तहसील परिसर में सीएचसी संचालक मौहदमका गांव निवासी यूसुफ तहसील में लोगों के काम कराता है। जिसके बाद वह उसके पास गया तो उसने कहा कि रजिस्ट्री करा दी जाएगी, लेकिन इसकी एवज में आपको हथीन के तहसीलदार का 10 हजार रुपए का खर्चा देना होगा।
इस पर सुनील ने विजिलेंस के पास शिकायत दी। जिसके बाद विजिलेंस कार्यालय से इंस्पेक्टर सोरन लाल के नेतृत्व में टीम का गठन किया और सुनील को रंग लगे व नंबर वाले दस हजार रुपए के नोट दे दिए। वहीं नायब तहसीलदार पलवल जीवन लाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया। जिसके बाद सुनील कुमार ने हथीन तहसील परिसर में स्थित सीएचसी सेंटर पर पहुंचकर यूसुफ को 10 हजार रुपए थमा दिए। उसने यूसुफ को पैसे देने के बाद विजिलेंस टीम को इशारा कर दिया। जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंच कर यूसुफ को दबोच लिया और उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 10 हजार रुपए के नोट बरामद हुए।
इस तरह विजिलेंस की टीम
ने रजिस्ट्री कराने के लिए तहसीलदार के नाम पर 10 हजार लेते एक सीएचसी संचालक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।